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फ्री-होम डिलीवरी में ग्राहकों से लूट, भदोही में गैस एजेंसी संचालक कर रहे मनमानी

गैस एजेंसी संचालक अपने काले कारनामे को छिपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। कैश एंड कैरी की मांग कर रहे ग्राहकों की आवाज को दबाने लगे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 07 Sep 2020 11:31 PM (IST)Updated: Mon, 07 Sep 2020 11:31 PM (IST)
फ्री-होम डिलीवरी में ग्राहकों से लूट, भदोही में गैस एजेंसी संचालक कर रहे मनमानी

भदोही, जेएनएन। गैस एजेंसी संचालक अपने काले कारनामे को छिपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। कैश एंड कैरी की मांग कर रहे ग्राहकों की आवाज को दबाने लगे हैं। तो फ्री-होम डिलेवरी में जमकर लूट मची है। ग्राहकों की दबी जुबान अब अपने अधिकार को लेकर बाहर आने लगी है। स्थानीय नगर स्थित एक गैस एजेंसी की ओर से डिलेवरी देने के नाम पर खूब वसूली की जा रही है। अगर ग्राहक गोदाम पर आकर सिलेंडर ले रहा है तो उसे एजेंसी की ओर से रिबेट भी नहीं दिया जा रहा है।

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ग्राहकों की परेशानी को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की तंद्रा नहीं टूट रही है। जबकि इसके लिए कई बार शिकायत भी की गई। कोई सुनकर कार्रवाई की जहमत उठाने को तैयार नहीं है। अब तो कुछ ऐसा लग रहा है कि ग्राहकों के जेब पर डाका डाल रहे एजेंसी संचालकों पर कार्रवाई करने के बजाए अधिकारियों ने उन्हें पूरी छूट दे दी है। कंपनी और उच्चाधिकारियों के सख्त निर्देश के बाद भी डिलीवरी के नाम पर अतिरिक्त वसूली की जा रही है। यह कारनामा केवल एक गैस एजेंसी का नहीं है। बल्कि जनपद में संचालित अधिकांश गैस एजेंसी से डिलीवरी के नाम पर ग्रामीण ग्राहकों को से इसी तरह मनमानी वसूली की जा रही है। ज्ञानपुर तहसील क्षेत्र के संसारापुर गांव निवासी सुरेश चंद दुबे भारत पेट्रोलियम कंपनी के स्थानीय नगर स्थित गैस एजेंसी के अधिकृत उपभोक्ता हैं। उनका कहना है कि जब से कनेक्शन लिए हैं फ्री होम डिलीवरी सुविधा नहीं मिल रही है। बुङ्क्षकग के बाद एजेंसी कर्मियों की ओर से कहा जाता है कि निर्धारित मूल्य पर लेना है गोदाम पर आना होगा। अगर एजेंसी की ओर से घर तक पहुंचाने की सुविधा लेनी है तो इसके लिए निर्धारित मूल्य से 50 रुपये अधिक देना होगा। बताया कि हर बार डिलीवरी मैन को इतनी धनराशि अधिक देने पर ही सिलेंडर दिया जाता है। मातारतन दुबे भी संसारापुर गांव के ही हैं। उनका भी दर्द कुछ यही है। बताया कि नियम होने के बाद भी एजेंसी की ओर से फ्री होम डिलीवरी नहीं दी जाती है। जबकि कंपनी की ओर से ग्राहकों को यह सहूलियत दिए जाने के लिए एजेंसी को सख्त फरमान भी है। कहा कि किसी तरह गैस बुकिंग के बाद निर्धारित मूल्य की व्यवस्था करना ही भारी है। ऐसे में 50 रुपये अधिक देने पर ही घर पर सिलेंडर मिलता है।

यह है नियम

- तेल कंपनियों के गाइडलाइन के अनुसार आनलाइन बुकिंग के बाद दो रसीद निकाली जाती है। डिलर अथवा ट्राली मैन एक रसीद ग्राहक को देता है और दूसरी रसीद पर ग्राहक से हस्ताक्षर कर अपने पास रखने है। लेकिन एजेंसी की मनमर्जी से पालन नहीं हो रहा है। बल्कि डिलीवरी मैन ग्राहकों का जाली हस्ताक्षर कर कंपनी के वेबसाइट पर अपलोड भी कर दे रहे हैं।

नहीं उठा डीएसओ का फोन

- ग्राहकों का दर्द जिला पूर्ति अधिकारी तक पहुंचाकर संज्ञान में लाने की कोशिश की गई। कई बार मोबाइल से उनके सीयूजी नंबर पर संपर्क करने के प्रयास के बाद भी फोन रीसिव करने की जरूरत ही नहीं समझा गया।

एजेंसी की ओर से डिलीवरी मैन को फ्री होम डिलीवरी देने का सख्त निर्देश दिया गया

गैस डिलीवरी के लिए पेट्रोलियम कंपनियों का बहुत पुराना नियम है। एजेंसी की ओर से डिलीवरी मैन को फ्री होम डिलीवरी देने का सख्त निर्देश दिया गया है। इसकी जानकारी डिलीवरी मैन से ली जाएगी। नियमानुसार ग्राहकों के घर तक फ्री होम डिलीवरी दी जाएगी।

- डीसी पांडेय, प्रबंधक खान गैस एजेंसी ज्ञानपुर।


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