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वाराणसी पहुंचे लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह को पुलिस ने लिया हिरासत में

उत्‍तर प्रदेश में किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह वाराणसी पहुंचे। इस बाबत करघना में जनसभा भी आयोजित है। इस दौरान गहमागहमी भी लाल बहादुर शास्‍त्री अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट परिसर बाबतपुर पर बनी रही।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 12:23 PM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 04:08 PM (IST)
वाराणसी पहुंचे लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह को पुलिस ने लिया हिरासत में
किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह वाराणसी पहुंच रहे हैं।

वाराणसी, जेएनएन। उत्‍तर प्रदेश में किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह दोपहर मेंं वाराणसी पहुंचे। इस बाबत करघना में जनसभा भी आयोजित है। यूपी के प्रभारी प्रदीप हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह मुन्ना उनकी अगवानी के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचे तो चौधरी सुनील को एयरपोर्ट पर ही रो‍कने के लिए जानकारी होने पर पुलिस भी पहुंच गयी। इस दौरान गहमागहमी भी लाल बहादुर शास्‍त्री अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट परिसर बाबतपुर पर बनी रही। वहीं मिर्जामुराद के करधना में आयोजित किसान महापंचयत के‍ लिए लगे टेंट को पुलिस ने दोपहर में हटवा दिया। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित थे।

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दोपहर बाद आयोजन को खत्‍म कराने के बाद चौधरी सुनील सिंह को हिरासत में लेकर पुलिस बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंची। इस बाबत बताया गया कि जंसा थाने पर हिरासत में लेकर उनको वापस नई दिल्ली भेजा जाएगा।  

प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह सोमवार को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। हवाई अड्डे पर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए उन्होंने भाजपा के अलावा सपा और बसपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वाराणसी की जनता ऐसे आदमी को अपना सांसद चुनकर प्रधानमंत्री बनाई है, जिसकी जिद के चलते किसानों की मौत हो रही है। आज वाराणसी में किसानों को यही समझाने के लिए आया हूं। उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी में इसलिए आया हूं क्योंकि यहां ना तो अखिलेश किसानों के साथ खड़े हुए और ना मायावती हुईं।

आय से अधिक संपत्ति में फंसे हुए नेता भाजपा की बी टीम बनकर भाजपा के साथ काम कर रहे हैं और चुनाव जीतने के बाद भाजपा का ही साथ देते हैं। किसानों के हित की लड़ाई लोकदल लड़ रहा है और प्रधानमंत्री की जिद टूटेगी और किसान जीतेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी के बाद मिर्जापुर सोनभद्र और गोरखपुर में कार्यक्रम करना है हम पीएम मोदी और सीएम योगी के संसदीय क्षेत्र में कार्यक्रम कर किसानों को जागरूक करेंगे। वहीं 26 जनवरी की घटना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ही किसान आंदोलन को बदनाम करने के प्रायोजित घटना था। वहीं जनसभा की अनुमति न मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार कोविड का बहाना बनाकर आंदोलन को कुचलना चाहती है ताकि इनकी जो नाकामियां है वह जनता के सामने न आए। सरकार यदि आंदोलन नहीं करने देगी तो हम शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करेंगे।

वह 2022 चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान जाग चुका है और हम पूरे उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेंगे। एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करने के बाद वे सेवापुरी विकास क्षेत्र के करघना गांव में आयोजित किसान जनसभा में सम्मिलित होने के लिए प्रस्थान कर गए। यह भी बता दें कि चौधरी सुनील सिंह, प्रदीप हुड्डा और अखिलेश सिंह मुन्ना को हिरासत में लेने के लिए चौधरी सुनील सिंह के आगमन से पहले ही एयरपोर्ट पर पुलिस पहुंच गई थी। लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी और एयरपोर्ट टर्मिनल से निकलकर वे कार्यक्रम स्थल के लिए प्रस्थान कर गए। बाद में जब पुलिस को जानकारी मिली की चौधरी अजीत सिंह प्रस्थान कर गए हैं तो पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए और सुनील सिंह को रोकने के लिए तत्काल संबंधित थानों को सूचित किया गया।

किसान महापंचायत को पुलिस ने रोका, टेंट हटवाया

मिर्जामुराद क्षेत्र के करधना गांव स्थित आम के बगीचे में सोमवार को आयोजित किसान महापंचायत को पुलिस ने रोकने के साथ ही लगे टेंट को हटवा दिया। कार्यक्रम स्थल के निकट पुलिस फोर्स भी लगी रही। किसान विरोधी कानून रद्द करने समेत अन्य मांगों को लेकर लोकदल के बैनर तले आयोजित किसान महापंचायत में मुख्य अतिथि के रूप में लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह 'मुन्ना' को शामिल होना था।किसान महापंचायत न होने पर सलामद अंसारी, लल्लू बिंद, रामराज, कल्लू प्रजापति समेत अन्य किसानों ने प्रशासन के कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई। इस बाबत सीओ/थानाप्रभारी निरीक्षक सुनीलदत्त दुबे ने बताया कि किसान महापंचायत की सभा हेतु एसडीएम से अनुमति नही ली गई थी। परमिशन न होने के कारण कार्यक्रम को रोक दिया गया।


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