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सितंबर माह में नहीं शुरू हो सका लाइट एंड साउंड सिस्टम, सारनाथ से स्पीकर व वूफर चोरी

सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर में निर्माणाधीन पर्यटन विभाग की स्वर्णिम योजना लाइट एंड साउंड सिस्टम इस माह भी शुरू नहीं हो सका। जहां एक ओर इससे जुड़ा स्पीकर व वूफर चोरी हो गया वहीं पर्यटकों के पहुंचने के लिए पाथ-वे का निर्माण भी शुरू नहीं हो पाया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 11:25 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 11:25 PM (IST)
सितंबर माह में नहीं शुरू हो सका लाइट एंड साउंड सिस्टम, सारनाथ से स्पीकर व वूफर चोरी
सारनाथ में लाइट एंड साउंड सिस्टम इस माह भी शुरू नहीं हो सका।

वाराणसी, जेएनएन। सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर में निर्माणाधीन पर्यटन विभाग की स्वर्णिम योजना लाइट एंड साउंड सिस्टम इस माह भी शुरू नहीं हो सका। जहां एक ओर इससे जुड़ा स्पीकर व वूफर चोरी हो गया, वहीं पर्यटकों के पहुंचने के लिए पाथ-वे का निर्माण भी शुरू नहीं हो पाया है। जबकि इसी माह की आठ तारीख को कमिश्नर ने लाइट एंड साउंड सिस्टम का निरीक्षण कर खामियों को दूरकर इस महीने के अंत तक इसे शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया था।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत 29 अगस्त को बनारस विकास दौरे के तहत लाइट एंड साउंड योजना को जल्द मूर्तरूप देने के लिए जिला प्रशासन से कहा था। इसके मद्देनजर आठ सितंबर को कमिश्नर दीपक अग्रवाल के साथ संयुक्त पर्यटन निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा, पर्यटन अधिकारी कृतिमान श्रीवास्तव व पुरातत्व विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद डा. नीरज सिन्हा ने लाइट एंड साउंड सिस्टम शो को धमेख स्तूप स्मारक पर चलाकर देखा था। इसके बाद उसमें और भी खामियों को दूर कर सितंबर माह के अंत मे शुरू करने का निर्देश दिया था। वहीं कार्यदायी संस्था के कर्मी आठ व नौ सितंबर को यहां पहुंचे और प्रोजेक्टर कक्ष में काम कर चले गए । इसके बाद काम बंद हो गया। 23 सितंबर को कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम विद्युत इकाई के अपर परियोजना प्रबंधक आए तो मालूम चला कि छह स्पीकर व वूफर चोरी हो चुके हैं जिसकी तहरीर स्थानीय थाने में दी गई है।  दूसरी तरफ पुरातात्विक खंडहर परिसर में धमेख स्तूप से उत्तर से दक्षिण की तरफ 10 फीट चौड़ा व 250 मीटर लंबा पाथ-वे बनना था जिसका काम अभी शुरू नहीं हो सका है।

पर्यटन विभाग की स्वर्णिम योजना सात करोड़ 33 लाख 66 हजार रुपये की लागत से वर्ष 2016 से लाइट एंड साउंड सिस्टम शो का काम शुरू हुआ। इस शो के माध्यम से भगवान बुद्ध के जीवनवृत, ऐतिहासिक पहलुओं से पर्यटकों को रूबरू कराया जाएगा। पांच वर्ष बीतने को है, लेकिन अभी तक पर्यटकों के सामने एक भी शो नहीं चल सका है। इस बीच सिस्टम का स्थान बदलकर धमेख स्तूप के उत्तर दिशा से 40 फीट दूरी पर प्रोजेक्टर व रील कक्ष बनाया गया। यहां से प्रोजेक्टर के माध्यम से पर्यटक सीधे धमेख स्तूप स्मारक पर ही बुद्ध के जीवन एवं उनके इतिहास से रूबरू होंगे। साउंड शो हिंदी व अंग्रेजी भाषा में चलेगा। एक शो 45 मिनट का होगा। पर्यटकों को बैठने के लिए पार्क में कुर्सी होगी। एक शो में लगभग 200 पर्यटक शामिल हो सकेंगे। 


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