Lockdown in varanasi : आभासी दुनिया में भी लेक्चर का वास्तविक अहसास ले रहे छात्र
हजारों किलोमीटर दूर बैठकर इंटरनेट की आभासी दुनिया पर भी छात्रों को लेक्चर का पूरा वास्तविक अहसास हो रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। हजारों किलोमीटर दूर बैठकर इंटरनेट की आभासी दुनिया पर भी छात्रों को लेक्चर का पूरा वास्तविक अहसास हो रहा है। यह सब होता है जीवंत प्रेजेंटेशन से, आकर्षक वीडियो और सधे व सरल नोट्स बनाकर छात्रों में साझा करने से। आइआइटी, बीएचयू के स्कूल ऑफ बायो केमिकल इंजीनियरिंग में डा. प्राजल चंद्रा छात्रों को बेहद ही आकर्षक व सरल प्रेजेंटेशन देते हैं जिससे उन्हें समझने में दिक्कत न आए। इसके साथ ही समस्त शकाओं व समस्याओं का निस्तारण कॉल, वाट्सएप व ईमेल के जरिए किया जाता है। इसके अलावा वह मॉड्यूल बनाने के साथ रिसर्च पेपर भी लिख रहे हैं। दिन में एक वक्त कोविड-19 के निदान से जुड़े पहलुओं पर भी अपने शोधार्थियों व छात्रों से संवाद कायम कर नए आइडिया पर काम करते हैं। सभी एकेडमिक कार्य हो रहे घर से एक सप्ताह का असाइनमेंट देकर रोज- रोज कार्य प्रगति का विवरण भी लिया जा रहा है। आइआइटी, बीएचयू स्थित भौतिक विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर डा. अनीता मोहन ने यह जानकारी अपने वर्क फ्राम होम के तहत साझा की। उन्होंने बताया कि सभी एकेडमिक कार्य घर से ही किए जा रहे हैं। छात्रों का स्टडी मैटेरियल तैयार करना हो या कंप्यूटर वर्क्स सब कुछ सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए समय-समय पर छात्रों को उपलब्ध कराया जाता है। विवि केनिर्देशों के मुताबिक छात्रों को दिए गए असाइनमेंट की हर सप्ताह समीक्षा कर अंक भी प्रदान किए जाते हैं। हा, प्रायोगिक गतिविधिया अभी ठप पड़ी हैं लेकिन प्रयोगों से जुड़े आवश्यक वीडियो छात्रों से साझा कर दिए जाते हैं। ये समस्त कार्य ईमेल, वाट्सएप, टेलीग्राम व गूगल क्लासरूम के जरिए किए जा रहे हैं।