वाराणसी एयरपोर्ट से विदेश में सब्जियों को भेजने की राह में अभी रनवे लंबाई की बड़ी रुकावट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जिले समेत पूर्वांचल को हवाई यातायात से जोडऩे वाले एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंटीग्रेटेड एयर कार्गो टर्मिनल बनकर तैयार हो चुका है।
वाराणसी [प्रवीण यादव]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जिले समेत पूर्वांचल को हवाई यातायात से जोडऩे वाले एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंटीग्रेटेड एयर कार्गो टर्मिनल बनकर तैयार हो चुका है। कार्गो टर्मिनल से कपड़े, दवाइयां, मशीनरी पार्ट्स, कार्पेट आदि का आयात-निर्यात प्रारंभ हो चुका है। लेकिन सब्जियों का निर्यात करने को लेकर कई बार योजनाएं बनी लेकिन सफलता हासिल नहीं हो सकी।
अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी एयरपोर्ट के रन-वे की लंबाई अभी कम है जिसके चलते कार्गो प्लेन वाराणसी एयरपोर्ट पर नहीं उतर सकते हैं। वहीं, कोल्ड चेंबर आदि का निर्माण नहीं होने से सब्जियों के खराब होने का भी डर बना रहता है। दोनों काम करा लिया जाए तो सब्जियों का निर्यात आसानी से हो सकेगा। इंटरनेशनल कार्गो सेवा प्रारम्भ होने से वाराणसी समेत पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से खाद्य सामग्रियों के साथ ही कपड़े, सब्जियां, जरूरी कागजात, मशीनों के कलपुर्जे, कार्पेट सहित अन्य सामग्री आसानी से दूसरे राज्यों और विदेशों तक भेजे जा सकेंगे। साथ में रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे।
- कार्गो भेजने के लिए कोल्ड चेंबर समेत अन्य आवश्यकताओं को तो पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन, वाराणसी एयरपोर्ट के रन-वे की लंबाई कम होने से बड़ी समस्या है। भूमि अधिग्रहण होने के बाद ही रन-वे की लंबाई बढ़ेगी। -आकाशदीप माथुर, निदेशक एयरपोर्ट