Ghazipur में महिलाओं को मुक्त कराने पर श्रम अधिकारी को धमकी, गांव के ईंट-भट्ठे पर बनाई गई थी बंधक
गाजीपुर के एक गांव में ईंट-भट्ठे पर बंधक बनाई दो महिलाओं को श्रम अधिकारी द्वारा मंगलवार को अवमुक्त कराने के बाद से उनको एक नंबर से फोन कर धमकी दी गई।
गाजीपुर, जेएनएन। करंडा थाना क्षेत्र के रसूलपुर फरीदचक गांव स्थित एक ईंट-भट्ठे पर बंधक बनाई दो महिलाओं को श्रम अधिकारी द्वारा मंगलवार को अवमुक्त कराने के बाद से उनको एक नंबर से फोन कर धमकी दी गई। इस मामले में वह अधिकारियों से बात कर ईंट-भट्ठे मालिक पर एफआइआर दर्ज करने की कवायद में जुट गए हैं।
श्रम अधिकारी लइक अहमद ने सूचना पर सैदपुर एसडीएम व स्थानीय फोर्स के साथ मंगलवार को रसूलपुर फरीदचक गांव में एक भट्ठे पर छापेमारी कर बंधक बनाई गई दो महिलाओं को मुक्त कराया। यह दोनों महिलाएं लक्ष्मी (40) मोहनमति (45) छत्तीसगढ़ के विलासपुर के पंचपेड़ी थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। आरोप है कि दोनों को डरा धमका कर बगैर मजदूरी दिए काम लेते थे। लक्ष्मी के साथ उसका एक चार वर्षीय बेटा भी था।
संबंधित जिला प्रशासन देगा 20-20 हजार
श्रम अधिकारी लइक अहमद ने बताया कि दोनों महिलाओं को मुक्त कराने के साथ ही उन्हें उनके घर भेज दिया गया है। वहां के जिला प्रशासन की ओर से दोनों को 20-20 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी की जाएगी। मामले से जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है। महिलाओं को भी उनके समक्ष ले जाया गया। उनके निर्देश पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
महिलाओं को मुक्त कराने के बाद एक नंबर से तरह-तरह की धमकियां दी जा रही हैं
दोनों को महिलाओं को मुक्त कराने के बाद एक नंबर से तरह-तरह की धमकियां दी जा रही हैं। हालांकि मैं इससे डरने वाला नहीं हूं। जो गलत है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- लइक अहमद, श्रम अधिकारी।