कृषि विज्ञान केंद्र प्रवासियों को बनाएगा आत्मनिर्भर, सोमवार से शुरू होगा प्रशिक्षण, 35-35 लोगों का बना बैच
परदेस से घर लौटे प्रवासियों को अब गांव में ही स्वरोजगार का निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए वाराणसी के कृषि विज्ञान केंद्र ने पहल की है।
वाराणसी, [शैलेंद्र सिंह]। कोरोना महामारी के चलते परदेस से घर लौटे प्रवासियों को अब गांव में ही स्वरोजगार का निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने पहल की है। मुख्यालय से केंद्र के प्रशिक्षण कार्यक्रम को अनुमति मिल गई है। सोमवार से केंद्र पर प्रवासियों का प्रशिक्षण शुरू होगा। परदेस से लौटे प्रवासी श्रमिकों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत स्वरोजगार के लिए विशेष प्रशिक्षण देने की कार्ययोजना बनी है। प्रशिक्षण के लिए 35-35 प्रवासियों का बैच बनाया गया है।
स्वरोजगार का प्रशिक्षण लेकर प्रवासी बनेंगे आत्मनिर्भर
मिर्जामुराद के कल्लीपुर गांव स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष डा. संजीत कुमार, प्रक्षेत्र प्रबंधक डा. एमबी सिंह व फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डा. एनके सिंह ने बताया कि कोरोना के चलते बड़ी संख्या में परदेस से लौटे प्रवासियों को अब गांव में स्वरोजगार करने के लिए केंद्र पर प्रशिक्षित किया जाएगा। अयोध्या, कुमारगंज स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के दिशा-निर्देशन पर यह कार्ययोजना बनी है। स्वरोजगार का प्रशिक्षण लेकर प्रवासी आत्मनिर्भर बन सकते हैैं।
16 विषयों पर रोजगार परक व्यावसायिक प्रशिक्षण मिलेगा प्रवासी श्रमिकों को
कृषि वैज्ञानिकों की ओर से प्रवासी श्रमिकों को बीज उत्पादन, पशुपालन, बकरी पालन, मशरूम व फूलों की खेती, मधुमक्खी पालन, केंचुआ खाद उत्पादन, नर्सरी प्रबंधन, बेमौसमी सब्जियों की खेती, सब्जी-फल का संरक्षण, एकीकृत कृषि प्रणाली समेत 16 विषयों पर रोजगार परक व्यावसायिक प्रशिक्षण मिलेगा। महिलाओं को चिप्स, पापड़, अचार बनाने का विशेष रोजगारपरक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। केंद्र को विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण देने की अनुमति मिल गई है। जिला प्रशासन से प्रवासियों की सूची भी उपलब्ध हो गई है। प्रशिक्षण के दौरान कोविड से बचाव हेतु सभी गाइडलाइन का पालन करने के साथ प्रशिक्षणाॢथयों को मास्क व सैनिटाइजर दिया जाएगा। 35-35 प्रशिक्षणार्थियों का एक बैच बना है। प्रथम चरण में 560 प्रवासी श्रमिकों को रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाएगा।