Lockdown in india : South korea ने जानिए किस तरह Corona virus के खतरे पर पाया काबू
दक्षिण कोरिया कभी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर था मगर नियंत्रण करते हुए आज अपनी स्थिति बेहतर की है।
वाराणसी [अभिषेक शर्मा]। प्रवासी भारतीय दिवस 2019 में शामिल होने बीते वर्ष बनारस आये दक्षिण कोरिया में कार्यरत डॉ. वीरेंद्र कुमार राय ने दैनिक जागरण से वहां की सरकार के प्रयासों को साझा किया। बताया कि कोरोना वायरस (COVID-19) से दक्षिण कोरिया ने काफी समझ बूझ से निपटा है।उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस (COVID-19) से अब तक कोई भी दुनिया मे ऐसा नही जो अपरिचित हो। आज सभी लोग जानते हैं, यह वायरस चीन से पूरे विश्व मे आया है। यह वायरस चीन के सीफूड मार्केट से आज पूरे विश्व मे फैल चुका है। चीन में लोग हर एक प्रकार के जानवरों का मांस खाने की परंपरा रही हैं, यह वायरस जानवरों से इंसान में आज इस तरह आ गया है कि अब वैश्विक महामारी बन चुका है। संभवत: यह चमगादड़ से इंसानों में आया हुआ माना जा रहा है।
चीन में कोरोना वायरस फैलने के बाद सबसे ज्यादा संख्या में लोग दक्षिण कोरिया में संक्रमित हुए। वैसे तो हर एक देश में धीरे-धीरे संख्या बढ़ रह थी, लेकिन दक्षिण कोरिया में सबसे ज्यादा तेजी से संक्रमित लोग पाए जाने लगे क्योंकि यहां एक स्तर के माध्यम से यह लोगों में संक्रामक रूप ले लिया। 31 नम्बर की पेशेंट ने अकेले 1400 लोगों को संक्रमित किया। 30 से सीधे 9786 लोग संक्रमित हो गए, जिनमें से 5408 लोग एकदम ठीक हो गये हैं और 163 लोगों की जान लिया है। अब तक यहां पर लगभग 4 लाख लोगों का परीक्षण किया जा चुका है। (दक्षिण कोरिया की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल प्रिवेंशन, केसीडीसी) के अनुसार)। एक समय था जब दक्षिण कोरिया दूसरा ऐसा देश बन गया था, जहां सबसे ज्यादा संक्रमित लोग पाए गए। यहां की सरकार ने बहुत ही सूझबूझ के साथ काम लिया। जब चीन में यह संख्या बढ़ रही थी तभी कोरिया की सरकार ने अपने यहां एक ठोस कदम उठाते हुए टेस्टिंग किट और इस वायरस के इलाज के लिए मेडिकल सप्लाई बढ़ा दी। इसका नतीजा यह हुआ कि जब अधिक संख्या में मरीज हुए तो मेडिकल सामग्री की कम्पनियों से आपूर्ति बढ़ा दी गई। किसी चीज की कमी न होने से अर्थव्यवस्था को गति मिलती रही और सेहत भी सुधार का काम होता रहा।
ट्रिपल टी का फार्मूला अपनाया जिसका मतलब होता है ट्रेस टेस्ट और ट्रीटमेंट। अपनी टेक्नोलॉजी का पूरा फायदा उठाया और लोगों को ट्रेस करना शुरू कर दिया। एयरपोर्ट से आने वाले यात्रियों का थर्मल स्कैनिंग उनकी मेडिकल जांच के साथ कौन कहा गया है। किससे मिला। कब-कब कहां गया है ? इसका पता इन्होंने क्रेडिट कार्ड डिटेल से, कार के लोकेशन, सीसीटीवी, मोबाइल फोन लोकेशन के माध्यम से पता लगाया। अब बात आती है यहां की जनता की जैसा कि पूरी दुनिया म में पता है कि साउथ कोरिया ने कभी भी कोई पुरा लाकडाउन नहीं किया है। हां, आंशिक रूप से यहां लाक डाऊन किया गया है। होटल, मॉल, हॉस्पिटल, रेस्टॉरेंट सब कुछ ओपन है। सबवे पर बस टैक्सी सब कुछ मिल रहा है। स्कूल कालेज हालांकि बंद हैं और ऑनलाइन पढ़ाई जारी है। सरकार ने सभी को मास्क पहनने को बोल रखा है। सोशल डिस्टेंस के लिए बोला है, अगर बहुत जरूरी ना हो तो आप घर से घूमने मत निकलें और घर पर रहने के साथ पार्टी मत कीजिये। अगर किसी को किसी भी प्रकार की खासी या फ्लूके लक्षण महसूस भी हो रहा है तो यहां की सरकार तुरन्त मरीज को आइसोलेट कर देती है और उसका इलाज निर्धारित अस्पताल में किया जाता है। जनता ने सरकार की हर एक बात को बहुत ही अच्छे से सुना समझा और उसका अनुसरण किया। यहां की जनता बहुत जागरूक है। सरकार द्वारा हर जगह, आफिस और पब्लिक एरिया पर थरमल स्कैनर फ्री सैनेटाइजर उपलब्ध कराया है । बिना मास्क आप किसी भी जगह नही जा सकते। भारतीय दूतावास समय-समय पर भारतीय समुदायो मे फ्री मास्क वितरण का काम कर रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
हम लोग भी यहां पर दो महीने से घर पर हैं, ऑफिस खुला है मैं जाता हू पर बच्चे घर पर हैं। कुछ जरूरी सामान के लिए बाहर जाते हैं, फिर घर आने के बाद, अच्छे से हाथ धुलते हैं। 30 सेकंड तक और हाथ सैनटाइज करते हैं, गर्म पानी पीते हैं, हम लोग गरम गरम चीजें खाने की कोशिश करते हैं और ज्यादा सेवज्यादा समय हम लोग घर पर ही रहते हैं। बाहर नहीं जाते हैं यही कारण है कि दक्षिण कोरिया में अब कोरोना के मरीजों की संख्या बहुत कम हो गयी हैं। आज दक्षिण कोरिया दूसरे से पंद्रहवे स्थान पर आ गया है। यहा की जनता ने सरकार के नियमों का पालन कर सबकी जिंदगी बचाई है। लोग बहुत जागरूक हैं इसको हंसी मजाक में नहीं ले रहे हैं यह क्योंकि यह एक गंभीर बीमारी है। यह महामारी अब किसी एक देश की महामारी नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है।
कोरोना वायरस से बच सकते हैं मामूली सावधानी अपनाकर
1: घर पर ही रहें
2: अपना हाथ कम से कम 30 सेकंड तक साबनु या सैनिटाइजर से धोएं।
3: किसी भी पब्लिक प्लेस पर ना जाएं, अगर जाएं तो मास्क पहनकर।
4: किसी भी रोगी से कम से कम 2 मीटर की दूरी से बात करें और घर आने पर हाथ पाव मुह
धूलकर सैनिटाइजर लगाकर ही घर में प्रवेश करें तथा मुह को अच्छी तरह धुल कर गरारा
करें।
5: फल सब्जी आदि को धुल कर खाएं।
6: अनावश्यक अस्पताल में ना जाएं क्योंकि दक्षिण कोरिया में सबसे पहले संक्रमण हॉस्पिटल से ही पूरे देश में फैला है।
7: गरम खाना खाये, ठंडा खाने से बेहतर, काढ़ा और सूप आदि का सेवन करें, सब्जी फल
मेवा आदि का सेवन करें जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।
8: सरकार द्वारा दिए गए नियमों का पालन करें।
9: अफवाह ना फैलाए और ना ही फैलने दें।
10: एक अच्छे नागरिक की तरह अपने आसपास के लोगों की सहायता सेवा करें।
(लेख दक्षिण कोरिया में डॉक्टर वीरेंद्र कुमार रॉय, प्रधान वैज्ञानिक सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और डॉ. रीना शर्मा के व्यक्तिगत अनुभव पर आधारित है।)