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काशी विश्वनाथ मंदिर में महिला श्रद्धालु संग अभद्रता प्रकरण में सभी पुलिसकर्मी हटाए गए

विश्वनाथ मंदिर में महिला श्रद्धालु संग अमर्यादित व्यवहार में कार्रवाई बुधवार को की गई। एडीजी ने पुराने पुलिसकर्मियों को वहां से हटाने का आदेश जारी कर दिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 03 Oct 2018 03:11 PM (IST)Updated: Wed, 03 Oct 2018 05:11 PM (IST)
काशी विश्वनाथ मंदिर में महिला श्रद्धालु संग अभद्रता प्रकरण में सभी पुलिसकर्मी हटाए गए
काशी विश्वनाथ मंदिर में महिला श्रद्धालु संग अभद्रता प्रकरण में सभी पुलिसकर्मी हटाए गए

वाराणसी (जेएनएन) । श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में महिला श्रद्धालु के साथ अमर्यादित व्यवहार प्रकरण में कार्रवाई बुधवार को की गई। एडीजी ने पुराने सभी पुलिसकर्मियों को वहां से हटाने का आदेश जारी कर दिया। सोमवार को नोएडा से दर्शन के लिए पति व दो अन्य परिवारीजनों के साथ मंदिर आई डा. सुनेत्री को कंट्रोल रूम के बाहर कुर्सी पर बैठ बच्चे को दूध पिलाने के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ क्षेत्राधिकारी ने अभद्रता की थी। वहीं मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी ने वीडियोग्राफी भी करने का प्रयास किया था। इस मामले क‍ी शिकायत के बाद मंदिर प्रशासन में हड़कंप मच गया था। हालांकि इस बाबत जागरण की खबर का संज्ञान लेकर वाराणसी पुलिस ने इस संदर्भ में टवीट भी जारी कर जांच की जानकारी साझा की थी।

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इससे पूर्व श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में डाक्टर दंपती के साथ अमर्यादित आचरण व अभद्रता के मामले में नियंत्रण कक्ष में तैनात पुलिसर्मियों व सीओ सुरक्षा से मंगलवार को स्पष्टीकरण तलब कर लिया गया। इसके बाद सभी संबंधित को आरोप पत्र देकर जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। सोमवार को पति व परिवारीजनों के साथ दर्शन करने  आई नोएडा की महिला डाक्टर के साथ पुलिसकर्मियों ने अभद्रता की थी। नियंत्रण कक्ष के बाहर कुर्सी पर बैठ कर दूध पिला रही महिला डाक्टर का वीडियो भी बनाया। दंपती ने इसकी लिखित शिकायत सीईओ व एसपी सुरक्षा से की थी। इसमें सीओ के व्यवहार को भी बेहद गैर जिम्मेदाराना व अशिष्ट करार दिया गया था। इससे मंदिर प्रशासन सकते में आ गया था। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच कराने का आदेश जारी कर दिया था। 

भीड़ से पटा रहा मंदिर परिक्षेत्र

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र मंगलवार को जहां सुबह से रात तक श्रद्धालुओं से पटा रहा वहीं बुधवार को भी यही नजारा रहा। इससे पूरे दिन लंबी कतार तो लगी ही रही गलियों में आना जाना भी मुश्किल रहा। इसमें जीवित्पुत्रिका व्रती महिलाओं के साथ ही पितृ पक्ष पर श्राद्ध आदि के लिए काशी आए श्रद्धालु भी थे। भीड़ और ध्वस्तीकरण के कारण पूरे परिक्षेत्र में पूरी व्यवस्था एक तरह से अनियंत्रित ही रही। इसकी वजह से बुधवार को सुबह से दोपहर तक सुरक्षा कर्मियों के पसीने छूटते रहे।


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