Kashi Vidyapeeth: नए सिरे से होगा केंद्रों का निर्धारण, स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं को लेकर मंथन
वाराणसी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ भी स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं की रूपरेखा बनाने में जुटा हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। जेईई व नीट की परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद विश्वविद्यालयों ने भी परीक्षाओं के मंथन तेज कर दिया है। इस क्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ भी स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं की रूपरेखा बनाने में जुटा हुआ है। विश्वविद्यालय ने स्नातक की वाॢषक परीक्षा के लिए नए सिरे से केंद्र निर्धारण करने का निर्णय लिया है। केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि शारीरिक दूरी के मानक के अनुसार परीक्षाॢथयों को एक मीटर की दूरी पर बैठाया जा सके। हालांकि संशोधित टाइम टेबल जारी करने के लिए विद्यापीठ को शासन की गाइड लाइन का इंतजार कर रहे हैं।
स्नातक की वार्षिक परीक्षा 20 फरवरी से ही शुरू हो गई थी। परीक्षाएं 25 अप्रैल को समाप्त हो रही थीं। वहीं, कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए शासन के निर्देश पर विद्यापीठ ने 18 मार्च से परीक्षाएं स्थगित कर दीं। अब 18 मार्च से 25 अप्रैल की स्थगित परीक्षाएं विश्वविद्यालय को करानी हैं। पहले स्नातक की वाॢषक परीक्षा के लिए वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र में 151 केंद्र बनाए गए थे। अब परीक्षा केंद्रों की संख्या 250 करने पर विचार किया जा रहा है।
इसी प्रकार स्नातकोत्तर सेमेस्टर परीक्षा के लिए भी अधिक से अधिक केंद्र बनाए जाएंगे। केंद्र बनाने से परीक्षा का खर्च भी बढऩा तय है। कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि अचानक लॉकडाउन होने से तमाम केंद्रों से कापियां भी नहीं आ सकी हैं। इसे मंगाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी गई है। कहा कि जिन विषयों की परीक्षाएं हो गई हैं। उनका मूल्यांकन कराने पर भी विचार किया गया है। पहले चरण में परिसर में रहने वाले कुछ अध्यापकों को बुलाने का निर्णय लिया गया है। फिलहाल कापियों के आने के बाद मूल्यांकन की तिथि पर विचार किया जाएगा। कहा कि शासन की गाइड लाइन आने के बाद परीक्षाओं की रूपरेखा पर विचार किया जाएगा।