Kashi-Kevadia Express : पहला फेरा शुल्क रहित होगा, 17 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
Kashi-Kevadia Express कैंट स्टेशन से प्रस्तावित काशी-केवडिय़ा स्पेशल का पहला फेरा शुल्क रहित होगा। दभोई जंक्शन (केवडिय़ा) तक यात्रियों से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। हालांकि वापसी में उन्हेंं ट्रेन का निर्धारित किराया चुकाना पड़ेगा। रेलवे बोर्ड से अधिसूचना जारी होते ही सिस्टम पर ट्रेन की फीडिंग हो जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। कैंट स्टेशन से प्रस्तावित काशी-केवडिय़ा स्पेशल का पहला फेरा शुल्क रहित होगा। दभोई जंक्शन (केवडिय़ा) तक यात्रियों से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। हालांकि वापसी में उन्हेंं ट्रेन का निर्धारित किराया चुकाना पड़ेगा। दरअसल, सैलानियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से रेल प्रशासन ने उद्घाटन फेरे को शुल्क रहित रखने की योजना बनाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से उनके गृहराज्य को जोडऩे वाली काशी- केवडिय़ा एक्सप्रेस इन दिनों सुॢखयां बटोर रही है। प्राथमिक सूचना के अनुसार 17 जनवरी को कोरोना काल की पहली नई ट्रेन को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाएंगे। इसी क्रम में केवडिय़ा (गुजरात) तक देश के विभिन्न राज्यों से प्रस्तावित आठ ट्रेनों की शुरुआत की जाएगी। सुबह 11 बजे से उद्घाटन कार्यक्रम आरक्षित किया गया है। इसके तहत कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) पर स्थानीय प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। यह ट्रेन छिवकी के रास्ते मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र होते हुए गुजरात जाएगी। रेलवे बोर्ड से अधिसूचना जारी होते ही सिस्टम पर ट्रेन की फीडिंग हो जाएगी।
ट्रेन के कोच में आधुनिक सुविधाएं
काशी- केवडिय़ा एक्सप्रेस की बोगियां आधुनिक सुविधाओं से लैस है। ट्रेन के जनरल कंपार्टमेंट में दीनदयालु कोच लगाए गए हैं, जबकि वातानुकूलित कोच में सेंसर बेस्ड उपकरण मौजूद हैं। प्रथम श्रेणी के कोच में लगा आटो अलार्म स्टेशन आने की सूचना यात्रियों को देगा। आग अथवा सिगरेट के धुएं उठते ही आपात ब्रेक लग जाएगा। बोगी में पानी खत्म होने की जानकारी इलेक्ट्रानिक डिवाइस से मिलेगी। खाने पीने की वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए पेंट्रीकार में फ्रिज लगाया गया है। वही, हर बोगी में लगा वाटर प्यूरीफायर सिस्टम यात्रियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराएगा।