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काशी आनंद- कलाकारों ने बिखेरी बंगला लोक संस्कृति की रस धार

वाराणसी : दैनिक जागरण की ओर से आयोजित भारत आनंद, काशी आनंद के तहत बुधवार को डा. राजेंद्र प्रसाद घाट

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Jun 2018 12:09 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 12:09 PM (IST)
काशी आनंद- कलाकारों ने बिखेरी बंगला लोक संस्कृति की रस धार
काशी आनंद- कलाकारों ने बिखेरी बंगला लोक संस्कृति की रस धार

वाराणसी : दैनिक जागरण की ओर से आयोजित भारत आनंद, काशी आनंद के तहत बुधवार को डा. राजेंद्र प्रसाद घाट पर बंगाल की प्रस्तुति हुई। बंग सांस्कृतिक मंच की ओर से कला साधकों ने शानदार प्रस्तुतियां दीं। शाम को सूरज की तपिश कम होने के साथ ही संगीत-नृत्य की बयार ने लोगों को शीतलता प्रदान की। बंगाल की माटी की खुशबू बिखेरते हुए कलाकारों ने लोकगीत, रवींद्र संगीत, नजरूल गीत, एकल व समूह नृत्य, कविता पाठ के माध्यम से दर्शकों से वाहवाही लूटी।

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सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ समूह नृत्य के साथ हुआ। तीन बंगला गीतों छाता धरो.., मयना छलक-छलक.., फागुनेर मोहनाए.. की प्रस्तुति हुई। इसमें नव्या गुप्ता, अद्रिका चटर्जी, अदिति नाग, आस्था निषाद, गार्गी कृष्णमूर्ति, डॉली भट्टाचार्य व प्रिया भट्टाचार्य रहीं। समूह नृत्य के क्रम में धनो धन्ये पुष्पे भरा..गीत पर नृत्य के साथ योग की आकर्षक प्रस्तुति हुई। इसमें योग को रिया विश्वास व कनक गुप्ता ने नए ढंग से रखा। अन्य कलाकारों में अशिया दत्ता, बोनी घोष, सुप्रिया घोष, सृष्टि चक्रवर्ती, रिया सर्वोकार, उदिता बनर्जी व श्रेया बसाक थीं। दोनों आयोजनों का नृत्य संयोजन रीता विश्वास का रहा।

कार्यक्रम में रांची विश्वविद्यालय, बंगला विभाग की अध्यक्ष डा. जयती भट्टाचार्य ने सैनिक की कथा व युद्ध का मार्मिक पक्ष कविता के माध्यम से श्रोताओं के समक्ष रखा। बंगला में प्रस्तुत इस कविता में देश के लिए सैनिक का भाव और दर्द को बखुबी उकेरा। जमशेदपुर की कथक कलाकार वर्षा चक्रवर्ती ने सरगम और भाव नृत्य में कैनो जे बाजाए बांसुरी.. पर थिरकीं। कथक के सभी अदाओं को संतुलित अंदाज में वर्षा ने दर्शकों के समक्ष रखा। दिल्ली से आई कलाकार अहना मुखर्जी ने रवींद्र संगीत पर नृत्य पेश कर खूब तालियां बटोरी।

कोलकाता से आई गायिका तानिया मुखर्जी ने रवींद्र संगीत व आधुनिक गीत सुनाई। मन मनाने ना कथा.. और नाचो तो देखी आमार पुतुल.. की प्रस्तुति दी। शिल्पा बोस ने नजरुल गीत अंजली लहो मोर.. और आनंदो बसंतो.. को सधे अंदाज में सुनाई। संगत में गिटार पर विश्वजीत चटर्जी, तबले पर जयदेव मुखर्जी व हारमोनियम पर गीता मुखर्जी थीं। श्रीतमा बनर्जी ने इंस्ट्रूमेंट पर लोकगीत बंधु तीन दिन.. बजाई। जुलिया मुखर्जी ने बुलबुल पाखी.., शिउली तलाय.. जैसे बंगला गान सुनाकर सभी को आनंदित की।

कार्यक्रम संयोजक सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष तरुण कुमार मुखर्जी व वरिष्ठ समाजसेवी देवाशीष दास रहे। इस मौके पर बंगीय सांस्कृतिक मंच के वरिष्ठ सदस्य अशोक कांति चक्रवर्ती, समाजसेविका जयंती चटर्जी, बंगाली टोला वार्ड के सभासद चंद्रनाथ मुखर्जी, दशाश्वमेध वार्ड के सभासद नरसिंह दास व विश्वजीत शास्त्री उपस्थित रहे। स्वागत सौरभ चक्रवर्ती, संचालन राजेश त्रिपाठी और आभार वाराणसी दुर्गोत्सव सम्मिलनी के अध्यक्ष प्रदीप कुमार बनर्जी ने व्यक्त किया। ---------------------

फोटो--- सीबीएसई दसवीं की टॉपर सुष्मिता सेन का किया गया सम्मान

बंग सांस्कृतिक मंच व दैनिक जागरण की ओर से सीबीएसई दसवीं की टॉपर सुष्मिता सेन का सम्मान किया गया। शांतनु सेन को भी बेहतर नंबर पाने पर सम्मानित किया। इस मौके पर माता डा. मिताली सेन व पिता डा. पृथ्वीराज सेन भी उपस्थित थे।

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फोटो-- चंद्रभेदी व शीतली प्राणायाम ने दी गर्मी से राहत

जासं, वाराणसी : काशी आनंद के तहत चल रहे योग शिविर में काशी योग संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष योग गुरु चक्रवर्ती विजय नावड़ के सानिध्य में योगी भोलानाथ एवं योगी वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने प्रशिक्षण दिया। सभी योग साधकों को भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए चंद्रभेदी प्राणायाम व शीतली प्राणायाम सहित ताड़ासन, त्रिकोणासन, जानु शिरासन, वृक्षासन, पर्वतासन, उत्तानपादासन, हलासन आदि का अभ्यास कराया। पर्यटक सेवा समिति के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुखर्जी ने योग शिविर मे भाग लेकर योगाभ्यास किया।


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