द्रौपदी रूप में कंगना का पोस्टर बना चर्चा का विषय, वाराणसी में एक वकील ने जताया विरोध
वाराणसी में एक पोस्टर में कंगना को द्रौपदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृष्ण के रूप में उनकी रक्षा करते हुए व उद्धव ठाकरे को दुशासन के रूप में दिखाया है।
वाराणसी, जेएनएन। अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ महाराष्ट्र में हुए व्यवहार और उनके कार्यालय को तोड़े जाने का विरोध काशी में भी हो रहा है। इसके तहत यहां पेशे से वकील श्रीपति मिश्रा ने अनोखे ढंग से महाराष्ट्र सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के पास एक बैनर गुरुवार को लगाया जिसमें कंगना को द्रौपदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृष्ण के रूप में उनकी रक्षा करते हुए व उद्धव ठाकरे को दुशासन के रूप में दिखाया है। बैकग्राउंड में कौरव दरबार नजर आया। ये पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने ये पोस्टर जहां लगाया था उसे हटा लिया। मगर सोशल मीडिया पर ये शुक्रवार को छाया हुआ था।
श्रीपति मिश्रा ने बताया पोस्टर जारी करके इस बात का संदेश दिया कि नारी का अपमान जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। कंगना रनौत के साथ महाराष्ट्र सरकार, उद्धव ठाकरे, संजय रावत गलत कर रहे हैं। काशी में हमेशा से ही नारी का सम्मान हुआ है और कंगना के समर्थन और सम्मान में यहां से आवाज उठनी चाहिए। नरेंद्र मोदी नारी का सम्मान करते हैं इसलिए उन्हें कृष्ण के रूप में दिखाया गया है।
कंगना के समर्थन में हिंयुवा ने फूंका महाराष्ट्र के सीएम का पुतला
बलिया में कंगना के सम्मान में हिंदू युवा वाहिनी मैदान में आदि नारों के साथ शुक्रवार को कार्यकर्ताओं ने बाजार के हनुमान चौक पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे व शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का पुतला फूंका। इसके पूर्व कार्यकर्ताओं ने पुतले के साथ नारेबाजी करते हुए पूरे बाजार का भ्रमण किया। जिले के ही बेलहरी ब्लॉक इकाई के तरफ से शुक्रवार को हल्दी ढ़ाला पर संगठन के कार्यकर्ताओं ने कंगना रनौत के सर्मथन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व संजय राउत का पुतला दहन किया। कंगना रनौत के समर्थन में पूर्वांचल के जिलों में विगत दो दिनों से संगठनों की ओर से प्रदर्शन जारी है।