वाराणसी, मीरजापुर और गोरखपुर की लोक संस्कृति और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक कजली गायन

कजली विंध्य क्षेत्र में लोक गायन की ऐसी अद्भुत शैली है जिसका जोर सैकड़ों साल तक बना रहा। इसे बनारस मीरजापुर गोरखपुर की लोक संस्कृति और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक कह सकते हैैं। यह स्त्री प्रधान तथा ऋतु गीत है।