नगर निगम सामान्य विभाग में तैनात जेई अजीत यादव को नगर आयुक्त ने किया कार्यमुक्त
आखिर नगर निगम सामान्य विभाग में तैनात जेई अजीत यादव को कार्य मुक्त कर दिया। साथ ही करीब एक साल पुराने प्रकरण पर गुरुवार को विराम लग गया।
वाराणसी, जेएनएन। आखिर नगर निगम सामान्य विभाग में तैनात जेई अजीत यादव को कार्य मुक्त कर दिया। साथ ही करीब एक साल पुराने प्रकरण पर गुरुवार को विराम लग गया। नगर आयुक्त ने गुरुवार को जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करते हुए दोषी जेई अजीत कुमार यादव को मूल पद से हटा दिया और कम्प्यूटर विभाग से संबद्ध किया।
सार्वजनिक हुई रिपोर्ट में जेई के खिलाफ तमाम अनियमितताएं मिली हैं, जिसे शासन को भेज दिया गया है ताकि वहां से मिले निर्देशों के अनुसार जेई पर विभागीय कार्रवाई की जा सके। दशाश्वमेध जोन अंर्तगत वार्ड नंबर 62 लक्सा में 16 जून 2019 को जेई अजीत कुमार यादव व वार्ड के पार्षद लकी वर्मा से रात करीब 12 बजे विवाद हो गया था। इस मामले में दोनों ओर से लक्सा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। विवाद की वजह जद्दूमंडी स्थित दैत्राबीर बाबा मंदिर पर ट्रेंच निर्माण था। कार्यदायी फर्म हिंद एसोसिएट्स के ब्लैकलिस्ट होने की बात कहते हुए मौके पर पहुंचे पार्षद ने काम बंद करा दिया। इसको लेकर दोबारा काम कराने पहुंचे जेई अजीत यादव से पार्षद का विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ी कि शासन तक पहुंच गई। इस मामले की जांच शुरू हो गई। मुख्य लेखा परीक्षक विवेक सिंह ने जांच में जेई को दोषी पाया और 22 जून को रिपोर्ट नगर आयुक्त गौरांग राठी को सौंप दी जिन्होंने गुरुवार को रिपोर्ट सार्वजनिक की।
तीन पन्नों की जांच रिपोर्ट
-जेई की कार्यशैली ठीक नहीं।
-कार्य में हीलाहवाली की गई।
-ब्लैकलिस्ट फर्म से कार्य कराया।
-देर रात जेई काम कराने पहुंचे।
-जानकारी उच्चाधिकारियों को नहीं दी।
-अनियमित तरीके से भुगतान कराया।
-कागजात में भी हेराफेरी की।
-दस्तावेज 16 दिन बाद उपलब्ध कराया।
इनकी उपस्थिति रिपोर्ट हुई सार्वजनिक
पार्षद लकी वर्मा, राजेश यादव चल्लू, सीताराम केशरी, अशोक मौर्य, कुंवर कांत सिंह, दिनेश यादव, गोपाल यादव, सुनील सोनकर, प्रशांत सिंह, राजेंद्र मौर्य, बिलाल अहमद, रियाउद्दीन, गोपाल जायसवाल, बृजेश श्रीवास्तव, रोहित मौर्य, श्रीप्रकाश मौर्य आदि।