शब्दों में खुशी बयां करना कठिन : पूनम
वाराणसी: मेहनत और ईमानदारी कभी बेकार नहीं जाती, यह रविवार को उस समय देखने को मिला
वाराणसी: मेहनत और ईमानदारी कभी बेकार नहीं जाती, यह रविवार को उस समय देखने को मिला जब गोल्डकोस्ट कामनवेल्थ गेम्स में भारोत्तोलन के 69 किलोग्राम भार वर्ग में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाली पूनम यादव को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी एसपी का पद देने की घोषणा की।
कार्यक्रम के बाद पूनम ने बताया कि शुरू से उसको वर्दी वाली नौकरी पंसद थी। अब वह दिन दूर नहीं जब वह खाकी वर्दी में होंगी और कंधे पर सितारे सजे होंगे। पूनम का कहना है कि खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी बनने से प्रदेश में खेलों का विकास होगा। खिलाड़ी और मन से खेलेंगे। कहा अभी उनका पूरा ध्यान जकार्ता एशियाड पर है। सोमवार को दिल्ली में आयोजित समारोह में उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगी।
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पिता के मुंह से नहीं निकल रहे थे शब्द
पूनम के पिता कैलाश यादव को जागरण संवाददाता ने जानकारी दी कि आपकी बेटी पुलिस में अधिकारी बन गई तो यह सुन वह हक्के-बक्के रह गए। थोड़ी देर बाद बोले 'यह सब पूनम की मेहनत का फल है, आगे हमार बिटिया और पदक जीती।'
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खिलाड़ियों में खुशी
पूनम की उपलब्धि पर जिले के खिलाड़ियों में खुशी फैल गई। कहा कि अब खिलाड़ियों को सही ढंग से सम्मान मिला है। अगर खिलाड़ियों को इसी तरह से राजपत्रित नौकरी मिलेगी तो निश्चित ही प्रदेश में खेल का स्तर सुधरेगा। अर्जुन एवार्डी प्रशांति सिंह, अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा, रानी यादव सहित पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर मुश्ताक अली और नूर आलम आदि ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को सीधे राजपत्रित अधिकारी बना देना सभी के लिए गौरव का विषय है।
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इनसेट
मुझे कब राजपत्रित अधिकारी बनाया जाएगा : स्वाति
ग्लासगो कामनवेल्थ गेम्स 2014 में भारोत्तोलन में कांस्य पदक जीत चुकी बनारस की स्वाति सिंह का कहना है कि मुझे भी सरकार ने कभी पहले राजपत्रित अधिकारी बनाने का भरोसा दिलाया था लेकिन अब तक पद नहीं मिला। अब मुख्यमंत्री को उस पर भी ध्यान देना चाहिए।