शिव की नगरी Kashi में Jaipur Palace की तर्ज पर बनेगा इस्कॉन का राधा-कृष्ण मंदिर
देश की धार्मिक राजधानी काशी की भव्यता में चार चांद लगाने के लिए इस्कॉन वाराणसी भी योगदान करने जा रहा है।
वाराणसी [राजेश त्रिपाठी]। देश की धार्मिक राजधानी काशी की भव्यता में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉनशियस्नेस (इस्कॉन) भी योगदान करने जा रहा है। इसके लिए भेलूपुर स्थित इस्कॉन परिसर में अगले वर्ष सात फरवरी को आचार्य नित्यानन्द की जयंती पर राधा-कृष्ण के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस्कॉन प्रबंध समिति की शनिवार को हुई बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि इस्कॉन वाराणसी का उद्देश्य काशी की पर्यटन श्रृंखला में शामिल होना है। इसीलिए इस मंदिर के निर्माण में उन सुख-सुविधाओं का ध्यान रखा गया है जो पर्यटन की दृष्टि से आवश्यक होते हैं जिससे पर्यटक सहज ही यहां ङ्क्षखचा चला आए। मंदिर के निर्माण की अवधि दो साल निर्धारित की गई है।
इस्कॉन वाराणसी के अध्यक्ष अच्युत मोहनदास ने बताया कि प्रदेश में कानपुर के बाद यह दूसरा भव्य मंदिर होगा। इस्कॉन के मंदिर प्रदेश में लखनऊ, झांसी, प्रयागराज समेत विभिन्न नगरों में है। भेलूपुर स्थित इस्कॉन मंदिर परिसर में बनने वाले इस मंदिर का नाम श्री श्री राधा गोपाल मंदिर वैदिक इंडिया सांस्कृतिक केंद्र होगा। इसमें भूतल के अलावा दो तल होंगे। शिखर की ऊंचाई करीब 125 फीट होगी। मंदिर में इस्कॉन के किसी भी केंद्र से आने वाले भक्तों के लिए रहने के साथ योग आदि की भी सुविधाएं होगी।
मंदिर में ऐसा वैदिक आश्रम भी होगा जिसमें बच्चे वैदिक शिक्षा ग्रहण करेंगे। इसमें सेमिनार हॉल के साथ ऑडिटोरियम भी बनाए जाएंगे जहां एक साथ सौ लोग बैठकर चर्चा कर सकेंगे। इसमें देश विदेश के पर्यटक वैदिक संस्कृति के बारे में वीडियो शो देख सकेंगे । मंदिर की खास विशेषता 250 से ज्यादा भक्त दर्शन कथा एवं कीर्तन में भाग ले सकेंगे। पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से बाहर से आने वाले अतिथियों के लिए डीलक्स सुपर, डीलक्स, फैमिली सूट, रॉयल सूट कमरे भी बनाए जाएंगे। सांस्कृतिक, कारपोरेट और पारिवारिक कार्यक्रमों हेतु बैंक्विट हॉल की भी संकल्पना मंदिर में की गयी है। मंदिर परिसर में एक गिफ्ट शॉप के साथ ही आयुर्वेदिक स्पा का भी संचालन होगा।
मंदिर में मिलेंगी सुविधाएं
मंदिर का आकर्षण में प्रमुख भागवत महाविद्यालय की स्थापना भी है इसमें श्रीमदभागवत से सम्बंधित कोर्स चलाये जायेंगे, जो तीस दिन से लेकर तीन माह तक के होंगे। इसमें देश विदेश के योग्य शिक्षक प्रशिक्षण व शिक्षण देंगे। यह सभी इस्कॉन की मुम्बई शाखा से सम्बन्ध होंगे इसमें सेमिनार हॉल के साथ ऑडिटोरियम भी बनाये जायेंगे जहां एक साथ सौ लोग बैठकर चर्चा कर सकेंगे। इसमें देश विदेश के पर्यटक वैदिक संस्कृति के बारे में वीडियो शो देख सकेंगे। मंदिर की खास विशेषता 250 से ज्यादा भक्त दर्शन कथा एवं कीर्तन में भाग ले सकेंगे। पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से बाहर से आने वाले अतिथियों के लिए डीलक्स सुपर, डीलक्स, फैमिली सूट, रॉयल सूट कमरे भी बनाये जायेंगे।
सांस्कृतिक, कारपोरेट और पारिवारिक कार्यक्रमों हेतु बैंक्विट हॉल की भी संकल्पना मंदिर में की गयी है। भक्तों को सात्विक भोजन प्रदान करने के उद्देश्य से गोविंदास रेस्टोरेंट भी बनाये जायेंगे। फूड फॉर लाइफ के तहत दर्शनार्थियों को प्रसाद और गरीब लोगों के मध्य भोजन वितरण भी किया जायेगा। मंदिर परिसर में एक गिफ्ट शॉप, प्राकृतिक उत्पाद शॉप, भोग प्रसाद के विक्रय केंद्र को भी स्थापित किया जायेगा। साथ ही आयुर्वेदिक स्पा भी संचलित किया जायेगा। इसमें प्राकृतिक विधि से रोगों का इलाज किया जायेगा। अध्यक्ष ने बताया कि यह पावन भूमि मौलिक रूप से डाबर परिवार ने दान में दी है। श्री गुरू अच्युतानंद महाराज जी के याद में इस स्थान को अब मेगा पर्यटन परियोजना के रूप में इस्कॉन सोसाइटी द्वारा विकसित किया जा रहा है।
वैदिक इंडिया सांस्कृतिक केंद्र की वार्षिक योजनाएं
- प्रतिदिन 2000 तीर्थयात्रियों और गरीब लोगों को मुफ्त ताजा प्रसाद वितरण किया जाएगा।
- 250 विद्यार्थियों को पूर्ण रूप से स्पॉन्सर्ड सर्टिफिकेट कोर्स दिए जाएंगे
- एक हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को वैल्यू एजुकेशन और नशा मुक्ति संबद्ध कोर्स दिए जाएंगे।
- 350 युवाओं को स्किल इंडिया पहल के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा
- 100 महिलाओं को नौकरी प्राप्ति कराने हेतु उपयुक्त स्किल्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- 500 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम युवाओं एवं पर्यटक के लिए आयोजित किए जाएंगे।
- 15 से ज्यादा स्टार्टअप्स को उपयुक्त फंडिंग एवं व्यवसाय व उपयुक्त वातावरण प्रदान किया जाएगा ।
- दो हज़ार से ज्यादा लोग ऑर्गेनिक फार्मिंग गोरक्षा एवं आयुर्वेदिक जागरूकता संबंधित अभियानों से जुड़ेंगे।
- बीस से ज्यादा मुख्य आध्यात्मिक उत्सव भव्य रुप से मनाए जाएंगे
यूथ वेलफेयर केंद्र (इस्कॉन वाराणसी की सीएसआर पहल)
इस्कॉन वाराणसी के सामाजिक दायित्व के तहत युवाओं के कल्याण के लिए बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास "यूथ वेलफेयर केंद्र" की स्थापना की जाएगी। इसमें युवाओं को बौद्धिक रूप से सक्षम बनाने का काम किया जायेगा । तीन मंजिला भवन में संचालित होने वाले केंद्र से आसपास के युवाओ को जोड़ा जायेगा। जो अपने जीवन स्तर को उच्च बनाने के साथ वैदिक ज्ञान से जुड़कर अपने विचारों को उच्च बनाने का काम करेंगे। इस केंद्र में नशा मुक्ति से संबद्ध सेमिनार के लिए सेमिनार हॉल, मुफ्त भोजन बांटने हेतु मेगा किचन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मल्टीपर्पज हॉल, काउंसलिंग सुविधा, ऑनलाइन कोर्सेज के लिए रिकॉर्डिंग स्टूडियो, वैल्यू एजुकेशन कक्षाओं के लिए कॉन्फ्रेंस कक्ष और मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के मेडिटेशन कक्ष बनाये जाएंगे।