वाराणसी में प्रधानमंत्री आवास आवंटन में अनियमितता, 10 सर्वेयर बर्खास्त और दो पर एफआइआर दर्ज
आवास आवंटन के नाम पर नागरिकों से अवैध धन वसूली के साथ ही जाली प्रमाणपत्र बनाकर अवैध रूप से आवास आवंटन हेतु लालच दे रहे थे। कई लोगों को साजिश के तहत शिकार बना चुके थे। इस मामले में 10 सर्वेयर साइट इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय) के अंतर्गत आवास आवंटन की जांच करने का निर्देश दिया था। उसी अनियमितता की जांच के लिए नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने नगर निगम, रामनगर एवं गंगापुर में निर्मित हो रहे आवासों की जांच कराई। इसमें पाया गया कि कुछ सर्वेयर व इंजीनियर आवास आवंटन के नाम पर नागरिकों से अवैध धन वसूली के साथ ही जाली प्रमाणपत्र बनाकर अवैध रूप से आवास आवंटन हेतु लालच दे रहे थे। कई लोगों को साजिश के तहत शिकार बना चुके थे। इस मामले में 10 सर्वेयर, साइट इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है। दो के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है।
आइडी पासवर्ड को जब्त कर लिया गया
आवास परियोजना की मानिटरिंग एवं जियो टैगिंग का कार्य मे. केडीएस सर्विसेज प्रा. लि के द्वारा किया जा रहा है। संस्था के किशन सिंह, आशीष यादव, करन सिंह, आशीष यादव, शुभम पटेल, अनिल मौर्य, अभिषेक सेठ, अभिनव पांडेय को बर्खास्त करते हुए उनकी आइडी पासवर्ड को जब्त कर लिया गया। साथ ही एमआइएस विशेषज्ञ निशांत को भी हटा दिया गया है। इसके अतिरिक्त किशन सिंह तथा आशीष यादव के द्वारा गंभीर अनियमितता पाए जाने के कारण इनके विरुद्ध लालपुर, पांडेयपुर थाना में प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की ओर से कार्यदायी संस्था द्वारा तहरीर दी गई है। नगर आयुक्त ने इस संबंध में परियोजना अधिकारी डूडा निधि वाजपेयी एवं कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया है कि कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि अपने आइडी कार्ड एवं ड्रेस कोड के बिना जियो टैगिंग करने क्षेत्रों में कदापि न जांए।
मोबाइल पर दी गई है सूचना
नगर आयुक्त ने नागरिकों, लाभार्थियों से अपील की है कि उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से सूचना दी गई है। किसी भी व्यक्ति दलाल, सर्वेयर जो अपने आप को डूडा या नगर निगम कर्मी बताता हो। और उसके पास फोटो आइडी न हो तो तत्काल डूडा, निगम या जिलाधिकारी कार्यालय को सूचित कर रिपोर्ट दर्ज कराएं। आवास स्वीकृत नहीं हुआ है अथवा स्वीकृत होने की प्रक्रिया में है तो इस अवस्था में सर्वेयर, इंजीनियर को भी प्रपत्र न दें।
जांच की कार्यवाही अभी जारी है
जांच की कार्यवाही अभी जारी है। जैसे- जैसे जांच आगे बढ़ेगी और लोगों के संलिप्त होने की आशंका से इंकार नही किया जा सकता है।
-प्रणय सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम, वाराणसी।