बोरे में मिला मासूम, सिर में चोट व गले पर रस्सी के निशान भी Azamgarh news
मासूम बच्चा भला किसी का क्या बिगाड़ सकता है जो उसे ऐसी सजा मिली। दो दिनों तक बोरे में जीवन और मौत से जूझने के बाद आखिरकार उसे भगवान मिल गया।
आजमगढ़, जेएनएन। मासूम बच्चा भला किसी का क्या बिगाड़ सकता है, जो उसे ऐसी सजा मिली। दो दिनों तक बोरे में जीवन और मौत से जूझने के बाद आखिरकार उसे भगवान मिल गया। कुछ ऐसी ही रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना मंगलवार की शाम अतरौलिया क्षेत्र में देखने को मिली। तीन वर्ष का बच्चा, सिर पर गहरी चोट, गले पर रस्सी के निशान और बोरे में भरकर सड़क किनारे फेंका गया था। ऐसा मालूम पड़ रहा था कि कोई मरा हुआ समझ कर फेंका हो।
अतरौलिया थाने पर तैनात डायल 100 नंबर की पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र के अंबेडकर नगर जिले के बार्डर पर बोरे में बच्चा तड़प रहा है। पुलिस मौके पर पहुंचकर तीन वर्ष के मासूम को अधमरा हाल में बोरे से निकाला। बच्चे का खून से सिर व चेहरा भीगा हुआ था। सीएचसी अतरौलिया में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर देख चिकित्सक हायर सेंटर के लिए भेज दिया। पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मरहम-पट्टी कर रहे वार्ड ब्वाय ने बताया कि बच्चे के सिर में चोट लगी थी जिसमें कीड़े पड़ गए थे। सफाई करके कीड़े निकाले गए। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि गहरी चोट एवं गले में रस्सी के निशान मिले। ऐसा लग रहा है कि कोई इसकी हत्या कर मरा हुआ समझकर फेंका था। बच्चे का ट्रीटमेंट किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बच्चा लगभग दो दिन से भूखा था जिससे वह मरणासन स्थिति में चला गया था। डा. आेमप्रकाश ने बताया कि बच्चे को पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कराकर बेहतर इलाज दिया जा रहा है। सिर में चोट लगने की वजह से कुछ साफ बता नहीं पा रहा है।
बोले अधिकारी :
मंगलवार की शाम बोरे में बच्चा मिलने की सूचना मिली थी। बोरे से निकालकर सीएचसी में प्राथमिक उपचार कराकर जिला अस्पताल में भेजा गया। जिस जगह पर बच्चा मिला है वह अतरौलिया व अंबेडकर नगर जिले का बार्डर है। अतरौलिया थाना सहित बार्डर के थानों पर पड़ताल की जा रही है।
-हितेंद्र सिंह, थानाध्यक्ष अतरौलिया।
रात में बच्चा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस समय बच्चे को अस्पताल लाया गया हालत गंभीर थी लेकिन उपचार किया जा रहा है। हालत में सुधार आ रहा है। इसकी सूचना पुलिस विभाग को दी गई है।
-डा. एसकेजी सिंह, एसआईसी जिला अस्पताल।