Varanasi से श्रमिकों के महानगरों में लौटने को लेकर जुटाई जा रही जानकारी, रेल टिकट में दें ब्योरा
वाराणसी से महानगरों की ओर श्रमिकों के लौटने का क्रम शुरू हो गया है।
वाराणसी, जेएनएन। इन दिनों महानगरों की ओर श्रमिकों के दोबारा लौटने का क्रम शुरू हो गया है। इसे देखते हुए रेलवे ने ऐसे श्रमिकों की पूरी जानकारी जुटा रहा है। इसके तहत रेल टिकट बुकिंग के दौरान ही पूरा ब्योरा मांगा जा रहा है।
इसमें वे कहां जा रहे हैं। वहां के किस शहर व मुहल्ले में रहेंगे, के अलावा क्या काम करेंगे आदि की जानकारी रेल प्रशासन जुटा रहा है। इस मुकम्मल सूची को जिला व पुलिस प्रशासन को प्रेषित किया जा रहा है। इससे पहले भी घर लौट रहे श्रमिकों की भी पूरी जानकारी ली जा रही थी जिसके आधार पर स्वास्थ्य टीम उन पर निगरानी कर रही। ऐसे ही नई कवायद भी कोरोना के मद्देनजर ली जा रही है ताकि जहां जा रहे हैं वहां भी वे स्वास्थ्य महकमा की नजरों में रहें।
पहली जुलाई से नियमित चलेगी ट्रेनें
लॉकडाउन के बाद प्रमुख रूटों पर संचालित विशेष ट्रेने एक जुलाई से नियमित नंबर से चलाई जाएगी। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने एक जून से दो सौ ट्रेन चलाने का ऐलान किया था। इनमें शामिल शिवगंगा एक्सप्रेस, महानगरी एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस, महामना एक्सप्रेस व साबरमती नए प्रारूप में चलाई जा रही है। जिसे अब एक जुलाई से नियमित नंबर पर ही रवाना किया जाएगा। यह विशेष ट्रेनों के नंबर रेलवे के रिजर्वेशन सिस्टम पर एक जुलाई से बदल दिए गए हैं।
बेगमपुरा एक्सप्रेस का रैक आया
रेलवे के परिचालन व्यवस्था को धीरे- धीरे पटरी पर लाने की कवायद चल रही है। पहले चरण में विशेष ट्रेनों के संचालन के बाद उनकी संख्या बढ़ाने के लिए मंत्रालय स्तर पर विचार चल रहा है। इसके तहत स्थानीय प्रशासन की तरफ से भी तैयारियां शुरू कर दी गई है। बीते शुक्रवार की रात बेगमपुरा एक्सप्रेस का रैक वाराणसी जंक्शन पहुंचा। अगले दिन शनिवार को वाशिंग लाइन में रैक के सभी कोचों को सैनिटाइज किया गया।
आज दिल्ली से आएंगे 12 सौ श्रमिक
लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों की घर वापसी के क्रम में नई दिल्ली से 12 सौ श्रमिकों को लाया जा रहा है। शुक्रवार को नई दिल्ली स्टेशन से चली गाड़ी संख्या- 04034 शनिवार को सुबह 5 बजे कैंट स्टेशन पहुंचेगी। स्टेशन निदेशक आनंद मोहन सिंह के अनुसार श्रमिकों के आगमन को देखते हुए स्थानीय स्तर पर तैयारी पूरी कर ली गई है।
बिना पैसे में बना फुट पैडल ऑपरेटेड सैनिटाइजर
कोरोना काल में खुद की सुरक्षा के लिए रेलकर्मियों ने नया अविष्कार किया है। बिना किसी खर्चे में फुट पैडल ऑपरेटेड सैनिटाइजर व हैंड वॉश सिस्टम बनाकर मिशाल पेश कर दी। वाराणसी जंक्शन स्थित रेलवे यार्ड के कर्मचारी कैंटीन में लगा यह सिस्टम बड़े काम का है। बिना स्पर्श के ही कर्मचारियों को अपना हाथ धुलने की सुविधा मिल रही है जो संक्रामक बीमारी से सुरक्षा की दृष्टि से काफी जरूरी है। कैरेज विभाग के कर्मचारियों ने इस प्रयोग को मूर्तरूप दिया है। मंडल के यांत्रिक अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि यह प्रयोग कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए काफी कारगर साबित होगा। इसे बनाने में कोई खर्च नहीं आया। यह रेलवे स्क्रेप में अनुपयोगी वस्तुओं से तैयार किया गया है। इस तरह के चार सिस्टम और बनाये जाएंगे।
रेल कर्मचारियों में बंटा पीपीई किट
कोविड-19 के मद्देनजर वाराणसी जंक्शन स्थित यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों में पीपीई किट बांटा गया। लखनऊ मंडल से दो हजार मास्क, दो हजार ग्लब्स और 13 सौ हैंड वाश की आपूर्ति हुई। यार्ड में नियमित रूप से कार्यरत कुल 341 कर्मचारियों में सुरक्षा सामग्री वितरित हुई।