भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक बोले - 'थाने में जनता से अपना पैर पकड़वाते हैं दारोगा जी'
भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक डा. विनय सिंह ने कहा कि अशिक्षा के कारण ही देश में आज भी गुलामी जैसे हालात हैं।
बलिया, जेएनएन। जिले से संबंधित भारतीय मूल के नासा में कार्यरत अमेरिकी वैज्ञानिक डा. विनय सिंह ने बुधवार को कहा कि अशिक्षा के कारण ही देश में आज भी गुलामी जैसे हालात हैं। जिसके कारण आज भी बलिया जैसे जिले के थानों में दारोगा अब भी जनता से पैर पकड़वाते है और अपने अधिकारों से बेखबर अनपढ़, गरीब व असहाय जनता क्षेत्र के दारोगा जी के पैर पकड़ने को अपनी मजबूरी समझती है। यह भारत जैसे देश के लिए बहुत दुख की बात है। जबकि शिक्षा और विद्वता के कारण दलित परिवार में जन्मे डा. अंबेडकर जी को राष्ट्रपिता तक सम्मान करते थे। देश के साथ ही उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन की जरूरत है। वे मंगलवार को चौधरी चरण सिंह तिराहा पर भ्रष्टाचार मिटाआे सेना के बैनर तले आयोजित अनशन के दौरान सभा को संबोधित कर रहे थे।
डा. विनय ने लोगों को बताया कि उनके पास अमेरिका की नागरिकता है और वे भारत में जमीन तक नहीं खरीद सकते किंतु उनके पूर्वज भारत देश के यूपी के बलिया जनपद से रहे है। जिसके कारण उन्हें भारत खासकर यूपी के बलिया में शिक्षा की स्थिति पर तरस आता है। सरकारी स्कूलों की व्यवस्था एेसी है कि नकल से पढ़कर शिक्षक बने गुरूजी के भरोसे यहां शिक्षा व्यवस्था टिकी है। दावा किया कि यूपी में शिक्षा व्यवस्था इतनी बदतर है कि कुछ अपवाद को छोड़ राजकीय स्कूलों में पढ़े छात्र सिर्फ और सिर्फ मजदूरी ही कर पायेंगे। इसलिए राजकीय स्कूलों के शिक्षकों की जिम्मेदारी तय करनी जरूरी है। स्कूल में खिचड़ी व भोजन परोसने के बजाएं उच्चस्तरीय शिक्षा पर विशेष फोकस होना चाहिए। इसके लिए जनता को जागरूक होना होगा और अपने जनप्रतिनिधि से इसके लिए जवाब-सवाल करना होगा।
बताया कि यूपी में शिक्षा व्यव्स्था में सुधार लाने एवं देश की न्यायिक व्यवस्था में बदलाव को उनके द्वारा गठित भ्रष्टाचार मिटाआे सेना भारत में राष्ट्रपति से लेकर पीएम-सीएम से मुलाकात करेगी और बदलाव होने तक संघर्षरत रहेगी। कार्यक्रम के अंत में अनशनरत आंदोलनकारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन एसडीएम राजेश कुमार यादव को सौंपा। आंदोलन में भ्रष्टाचार मिटाआे सेना के पूर्वांचल अध्यक्ष अमरजीत चौरसिया, युवा गायक अरशद हिंदुस्तानी, अक्षयलाल यादव, जनार्दन यादव, विनोद यादव आदि मौजूद रहे।