Move to Jagran APP

क्राइम ब्रांच की टीम ने वाराणसी में चार बदमाश को किया गिरफ्तार, लूट के नौ लाख रुपये बरामद

वाराणसी लंका थाना क्षेत्र के ट्रामा सेंटर के पास हुई 9 लाख की लूट में करीबियों की ही मुखबिरी पर लूट हुई इसका राजफाश क्राइम ब्रांच प्रभारी के नेतृत्व में गुरुवार को किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 07:10 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 02:19 AM (IST)
क्राइम ब्रांच की टीम ने वाराणसी में चार बदमाश को किया गिरफ्तार, लूट के नौ लाख रुपये बरामद
क्राइम ब्रांच की टीम ने वाराणसी में चार बदमाश को किया गिरफ्तार, लूट के नौ लाख रुपये बरामद

वाराणसी, जेएनएन। लंका थाना क्षेत्र के ट्रामा सेंटर के पास हुई  सोमवार को व्यापारी के कर्मचारी से हुए नौ लाख की लूट के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम  ने गुरुवार को  चार लूटेरों लूट के नौ लाख  रुपये के साथ गिरफ्तार किया है। साथ ही घटना में प्रयुक्त दो  बाइक ,दो तमंचा  वचार जिंदा कारतूस बरामद किया है। पशु आहार व्यापारी  के कर्मचारियों संग लूट के मामले में पुलिस सीसीटीवी और पूछताछ के आधार पर बड़ी सफलता मिली जबकि लंका पुलिस घटना को संदिग्ध ही मान रही थी और इसी आधार पर कर्मचारियों को हिरासत में लिया था। एसएसपी अमित पाठक ने बतया कि लूट में शामिल  मुख्य आरोपित विशाल पाल व्यापारी का पड़ोसी है। वह व्यापारी के यहा काम भी कर चुका है। बैंक में जमा करने के लिए कई बार गया था। लूट की साजिस तीन दोस्तों के साथ बीस दिनों में बनाई थी। विशाल उनके कर्मचारियों के आने जाने पर नजर बनाकर लगातार पिछा करता रहा। सोमवार को मौका मिलते ही घटना को अंजाम देकर फरार हो गया। क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्विनी पांडेय के नेतृत्व में टीम ने लूट की घटना को तीन दिनों में उजागर किया है। पशु आहार के मालिक बृजेश यादव को शुरू से ही अपने कर्मचारियों पर इसलिए विस्वास है कि वो हमेशा कैश लेकर आते जाते थे। घटना के बाद बृजेश यादव ने खुद अपने दुकान से ट्रामा सेंटर तक दर्जनों कैमरे में तलाश किया था जिसमे सीरगोवर्धनपुर के आगे से एक अपाचे बाइक से दो युवक कर्मचारियों के पीछे लगे थे और लूट के बाद सामनेघाट की तरफ भागे थे।

loksabha election banner

लूट के लिए की थी बाइक चोरी

लूट के घटना को अंजाम देने के लिए लूटरों ने घटना से पांच दिन पहले बीएचयू से एक अपाची बाइक चोरी की थी। जिसका मुकदमा लंका थाने में दर्ज है। विशाल यह बात जानता था कि लूट में अपनी गाड़ी प्रयोग किया तो पहचान में आ जाएगी। इसके लिए योजना बनाकर दोस्तों के साथ मिलकर पहले एक बाइक चोरी किए फिर घटना को अंजाम दिया।  एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि आरोपितों का कोई अपराधिक इतिहास नही है। जिस कंटेनर में कर्मचारी रुपये लेकर जा रहे थे वो प्लास्टिक का था उसे भी लूटरों ने जलाने का प्रयास किया था। रुपये व आधे जले हुए कंटेनर को भी बरामद कर लिया गया है।

क्या थी घटना

नैपुरा कला के रहने वाले बृजेश यादव ने सोमवार को अपने दो कर्मचारी गुलाब यादव रामनगर और श्री नारायण नैपुरा के रहने वाले हैं जिन्हें 9 लाख रुपये देकर कुबेर कॉम्लेक्स के पास एक व्यापारी को देने के लिए भेजा था। ट्रामा सेंटर मोड़ के पास पीछे से आये अपाचे बाइक से युवकों ने बाल्टे में रखा 9 लाख रुपये लूट लिया और सामनेघाट की तरफ फरार हो गए।

करीबियों ने ही किया मुखबिरी

दैनिक जागरण ने घटना के बारे में पहले ही आशंका जताई थी कि करीबियों ने ही घटना को अंजाम दिया था। नैपुरा गांव के ही पड़ोस के रहने वाले विशाल पाल और सूरज यादव बृजेश के घर के काफी करीबी थे और कभी कभी कैश रुपये भी बैंक या व्यापारी को लेने देने आते जाते रहे। घटना के दिन भी ये दोनों देख लिए थे कि पैसा लेकर जाने वाले हैं। इन दोनों ने सीरगोवर्धनपुर के अक्षय यादव और छित्तूपुर के शिवलाल को फ़ोन से बताए जिसके बाद अपाचे लेकर अक्षय भगवानपुर की तरफ से आया और विशाल पाल को साथ लेकर पीछा करके बाल्टे में रखा 9 लाख छीनकर फरार हो गए और सामनेघाट की कालोनी से होते हुए वापस छित्तूपुर की तरफ आ गए।

आइजी व एसएसपी करेंगें पुरस्कृत 

लूट की घटना को तीन दिन में उजागर करने व लूट के पूरे रुपये बरामद होने पर अश्वनी पांडेय की क्राइम ब्रांच टीम को पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्र  विजय मीणा की ओर 35 हजार का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है। वही  एसएसपी अमित पाठक ने 15 हजार नगद व पूरेे टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने को कहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.