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नए साल में वाराणसी के आशापुर आरओबी, कोनिया-इमिलिया घाट सेतु का मिलने लगेगा लाभ

वाराणसी में सेतु निगम इस साल एक आरओबी व दो पुल नए साल पर जनता-जनार्दन के हवाले करने की तैयारी में है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 09:09 AM (IST)
नए साल में वाराणसी के आशापुर आरओबी, कोनिया-इमिलिया घाट सेतु का मिलने लगेगा लाभ
नए साल में वाराणसी के आशापुर आरओबी, कोनिया-इमिलिया घाट सेतु का मिलने लगेगा लाभ

वाराणसी, जेएनएन। काशी के विकास की राह में कोरोना वायरस सबसे बड़ा बाधक बना हुआ है। वरना, बहुत से प्रोजेक्ट आकार लेते और कई में रंग भरते। सेतु निगम को पुल व आरओबी (रेल उपरिगामी सेतु) से जुड़े आठ प्रोजेक्ट पर काम करा रहा है। सबसे बड़ी बात है कि बजट की कोई कमी नहीं। स्वीकृत 338.04 करोड़ के सापेक्ष इसके लिए शासन से 200.48 करोड़ रुपये अवमु़क्त किया जा चुका है। सेतु निगम इस साल एक आरओबी व दो पुल नए साल पर जनता-जनार्दन के हवाले करने की तैयारी में है। जमीन पर इस बाबत फिलहाल काम में तेजी दिख रहा है।

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सबसे प्रमुख परियोजना सारनाथ रेलवे स्टेशन के मध्य पूर्व रेलवे के संपार संख्या 23-ए पर दो लेन रेल उपरिगामी सेतु यानी(आशापुर- आरओबी है। दूसरा, वरुणा नदी पर निर्माणाधीन कोनिया-सलारपुर मार्ग पर कोनिया घाट का सेतु। तीसरा प्रमुख, वरुणा नदी पर ही निर्माणाधीन लहरतारा वाया फुलवरिया फोर लेन सेंट्रल जेल (इमिलिया घाट) सेतु। कार्यदायी एजेंसी सेतु निगम का दावा है कि इस साल के अंत तक इस कार्य को पूरा करा लेंगे, नए साल में यह जनता के हवाले होगा।

शेष पांच बड़े प्रोजेक्ट पर कार्यदायी एजेंसी समय से पूरा कराने की दिशा में हामी भरने की स्थिति में नहीं है। इसके पीछे कई कहीं जमीन उपलब्ध न होना तो कहीं मकानों के अधिग्रहण आदि के प्रकरण का होना बताया जा रहा है। हालांकि शासन ने सभी परियोजनाओं की अंतिम तिथि 2021 तय कर रखी है।

आशापुर आरओबी : वाराणसी वाया गाजीपुर मार्ग पर निर्माणाधीन इस आरओबी परियोजना को शासन ने 16 फरवरी, 2019 को  स्वीकृत किया था। 1355.51 मीटर लंबे इस आरओबी पर 62.79 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। दिसंबर 2021 तक इसके निर्माण की अंतिम तिथि तय है।

इमिलिया घाट पुल : सेतु निगम के रिकार्ड मुताबिक इस परियोजना की स्वीकृति 25 जनवरी, 2018 को हुई।  पुल की लंबाई 107.30 मीटर है। 34. 65 करोड़ की स्वीकृति इस परियोजना में शासन से 26.42 करोड़ की राशि अवमुक्त हो चुकी है। पूर्ण करने की अवधि मार्च, 2021 तय है। कार्यदायी एजेंसी का कहना है कि शिवपुर साइड की ओर भूमि अधिग्रहण व बिजली पोल व पेड़ की कटाई आदि कार्य की वजह से विलंब हुआ।

कोनिया पुल :  25 जनवरी, 2018 को परियोजना की स्वीकृति मिली। 94.73 मीटर लंबे इस सेतु पर 26. 21 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। शासन की ओर से 24. 90 करोड़ रुपये अवमुक्त कर दिया गया है। मार्च, 2021 तक कार्य पूर्ण कराने की अंतिम तिथि मुकर्रर है।

छह परियोजना को भी अगले साल तक कराना होगा पूर्ण

- वरुणा नदी पर कालिकाधाम सेतु का निर्माण

- बाबतपुर कपसेठी भदोही मार्ग पर आरओबी का निर्माण

-शिपपुर चुंगी मार्ग पर संपार संख्या चार स्पेशल पर फोर लेन आरओबी।

-शिपपुर चुंगी मार्ग पर ही संपार संख्या पांच सी पर फोर लेन आरओबी का निर्माण।

-वाराणसी-औडिहार सेक्शन अंतर्गत संपार संख्या 20 स्पशेल पर थ्री लेन आरओबी

एक आरओबी व दो सेतु का निर्माण इस साल के अंत तक पूरा कराने की कोशिश

सेतु निगम आठ परियोजना पर काम करा रहा है। एक आरओबी व दो सेतु का निर्माण इस साल के अंत तक पूरा कराने की कोशिश है। सभी पर काम तेजी से चल रहा है। अन्य पांच बड़ी परियोजनाओं को भी समय से पूर्ण कराया जाएगा। अड़चन जो भी आ रही है उसे दूर कराने का पूरा प्रयास हो रहा है।

- रोहित मिश्रा, परियोजना निदेशक, सेतु निगम।


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