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गोष्ठी में किसान ने कहा 800 करोड़ का हुआ है घोटाला, मुख्य सचिव ने दिया जांच का भरोसा

मंडलीय रबी गोष्ठी के दौरान अन्य समस्याओं के साथ ही किसानों ने एक गंभीर आरोप भी लगाया। यह आरोप कृषि विभाग की बजाय काशी गोमती ग्रामीण बैंक पर था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 10:20 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 08:55 AM (IST)
गोष्ठी में किसान ने कहा 800 करोड़ का हुआ है घोटाला, मुख्य सचिव ने दिया जांच का भरोसा

वाराणसी, जेएनएन। मंडलीय रबी गोष्ठी के दौरान अन्य समस्याओं के साथ ही किसानों ने एक गंभीर आरोप भी लगाया। यह आरोप कृषि विभाग की बजाय काशी गोमती ग्रामीण बैंक पर था। किसानों ने आरोप लगाया कि बैंक ने करीब 800 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। इसे लेकर किसानों ने पत्रक भी मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को सौंपा। इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि यह मामला गंभीर है, जिसकी जांच कराई जाएगी।

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गोष्ठी के दौरान विभिन्न जिलों से आए किसान जब अपनी-अपनी समस्या बता रहे थे तो बारी आई चंदौली की। चंदौली के किसान रतन कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि किसानों के क्रेडिट कार्ड के खातों से स्वास्थ्य बीमा (रीली गियर) के खाते में राशि हस्तांतरित की गई है। वह भी किसानों की बिना सहमति के। आरोप लगाया कि इसका किसानों को कोई बांड भी नहीं मिला और न ही ट्रांसफर बाउचर पर किसानों का हस्ताक्षर कराया गया। इसी आरोप को आगे बढ़ाते हुए भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष दीनानाथ श्रीवास्तव व अन्य किसानों ने कहा कि यह पूरे पूर्वांचल का मामला है। आरोप  लगाया कि करीब 800 करोड़ का घोटाला है। किसानों ने इसकी उच्चस्तरीय जांच कर कार्रवाई की मांग की। दीनानाथ ने चंदौली की एक शाखा का जिक्र करते हुए कहा कि एक ही खाते से 40 लाख से एक करोड़ रुपये तक की राशि हस्तांतरित की गई है।

इस मामले में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि क्रेडिट कार्ड के खाते से अगर फसल बीमा के बाबत राशि की बात तो चल सकती थी, लेकिन स्वास्थ्य बीमा के नाम पर राशि हस्तांतरित करना बड़ा मामला लगता है। इस मामले की जांच कराते हुए स्वास्थ्य विभाग एवं बैंक के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी। 

साकार हुई 30 वर्षों से लंबित बाण सागर परियोजना

मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी का कहना है कि बाण सागर परियोजना 30 वर्षों से लंबित थी, इसके कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ। वर्तमान की केंद्र सरकार ने इस परियोजना को साकार किया। इससे करीब डेढ़ लाख एकड़ भूमि की सिंचाई संभव हो पाई है। मध्य प्रदेश से सोनभद्र व मीरजापुर की कई नदियों से मिलाकर नहरों को जोडऩे वाली यह परियोजना किसानों के वरदान साबित हो रही है। रबी गोष्ठी में वाराणसी व विंध्याचल मंडल के किसानों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि कृषि अच्छी रहती है तभी उद्योग आदि क्षेत्र अच्छे से फलीभूत होते हैं। कहा कि कृषि विभाग की तरह उद्यान विभाग को भी किसान पाठशाला आयोजित करना चाहिए। प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि यदि फसल में कीड़ा लगता है तो फोन नंबर 9452247111 तथा 94 52257111 पर एसएमएस करें। 48 घंटे में अधिकारी पहुंचकर समस्या का निदान कराएंगे। 

पशु छोड़े तो होगी जेल

प्रमुख सचिव पशुपालन ने बताया कि यदि कोई पशुपालक अपना दुधारू पशु खुला छोड़ता है तो उस पर एफआइआर दर्ज कर जेल भेजने तक की कार्रवाई का प्रावधान है। पशु चिकित्सालयों में हैंडपंप लगेंगे।  पशुपालन विभाग के डा. एके सिंह ने बताया कि सीमेन के माध्यम से सिर्फ बछिया पैदा कराने की तकनीकी सफल हुई है। इस तकनीकी से वाराणसी में 36 में से 35 गायों ने बछिया पैदा किया है।


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