Move to Jagran APP

जौनपुर में सुलझने की बजाय उलझती जा रही 1740 गांवों की आडिट, मार्च तक हो जानी थी प्रक्रिया

वर्ष 2019-20 की आडिट प्रक्रिया सुलझने की बजाय उलझती जा रही है। इसे मार्च तक ही पूर्ण कर लिया जाना था लेकिन कभी साफ्टवेयर की समस्या तो कभी दक्षता के अभाव में प्रक्रिया सुलझने की बजाय उलझती गई। अब इसे दोबारा शुरू किए जाने की तैयारी की जा रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 01:10 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 01:10 PM (IST)
जौनपुर में सुलझने की बजाय उलझती जा रही 1740 गांवों की आडिट, मार्च तक हो जानी थी प्रक्रिया
वर्ष 2019-20 की आडिट प्रक्रिया सुलझने की बजाय उलझती जा रही है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। वर्ष 2019-20 की आडिट प्रक्रिया सुलझने की बजाय उलझती जा रही है। इसे मार्च तक ही पूर्ण कर लिया जाना था, लेकिन कभी साफ्टवेयर की समस्या तो कभी दक्षता के अभाव में प्रक्रिया सुलझने की बजाय उलझती गई। अब इसे दोबारा शुरू किए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सभी सचिवों को रिमाइंडर भेजा जा रहा है, जिससे आडिट के दौरान अभिलेख मिल सके। इसमें जिला पंचायत कार्यालय की ओर से भी सहयोग मांगा गया है। आडिट में मिलने वाली किसी भी गड़बड़ी पर संबंधित सचिवों सहित तत्कालीन प्रधानों की जिम्मेदारी होगी।

loksabha election banner

नौ नवंबर से की गई थी शुरुआत

ग्राम पंचायतों में आनलाइन आडिट की शुरुआत नौ नवंबर से की गई थी। इसमें सचिवों समेत तत्कालीन प्रधानों का सहयोग नहीं मिल सका, जिसके बाद इसे कुछ समय के लिए रोक दिया गया। लेखा विभाग की ओर से पंचायत सचिवों को आनलाइन आडिट को लेकर जरूरी जानकारी दी व पंचायत विभाग की ओर लैपटाप की व्यवस्था की गई। काफी जद्दोजहद के बाद वर्ष 2018-19 की तो आडिट कर दी गई, लेकिन 20-21 की शुरुआत नहीं हो सकी। इससे विकास कार्य की प्रक्रिया में काफी दिक्‍कत हो  रही है। विकास कार्य में धन का इस्‍तेमाल ठीक से होगा तो लोगों को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलता रहेगा। आडिट की प्रक्रिया जल्‍द से जल्‍द पूरी हो तो आगे का वित्‍त कार्य शुरु हो जाएगा।

पारदर्शिता के लिहाज से उठाया गया है कदम

निदेशक पंचायतीराज की ओर से सभी ग्राम पंचायतों में शत-फीसद लेखा परीक्षा कराए जाने के निर्देश के बाद यह कार्य कराया जा रहा है। इसके पूर्व आडिट आफलाइन की जाती थी, जिसमें कई तरह की जटिलाएं थीं। इसमें काफी वक्त लगता था व रिपोर्ट भी निर्धारित समय में नहीं तैयार हो पाती थी।

12 कर्मचारी कोरोना ड्यूटी में कार्य कर रहे हैं

कर्मचारियों की कमी की वजह से यह प्रक्रिया प्रभावित हुई। 12 कर्मचारी कोरोना ड्यूटी में कार्य कर रहे हैं। पंचायत सचिवों को वर्ष 2019-20 के आडिट के दौरान उपलब्ध रहने व अभिलेख प्रस्तुत कराने को लेकर सूचित किया जा रहा है। जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा।

-चंद्रभूषण, जिला लेखा परीक्षा अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.