उन्नत बीज मालवीय सुगंधा से किसानों की बेहतर होगी पैदावार, सरकार मुहैया करा रही उन्नत बीज
मालवीय सुगंधा जैसी धान की उन्नत बीजों की खुशबू से विंध्य क्षेत्र महकेगा तो वहीं किसानों की आय दोगुनी होगी।
मीरजापुर, जेएनएन। मालवीय सुगंधा जैसी धान की उन्नत बीजों की खुशबू से विंध्य क्षेत्र महकेगा तो वहीं पैदावार से किसानों की आय दोगुनी होगी। किसानों की आय को दोगुनी करने का बीड़ा कृषि वैज्ञानिकों ने उठाया है। इसके लिए सरकार द्वारा किसानों को उन्नत किस्म के धान के बीज मुहैया कराया जा रहा है। किसानों के लिए हितकारी यह है कि किसानों को डीबीटी के माध्यम से सीधे खाते में उन्नत बीजों पर 50 प्रतिशत अनुदान भी मिलेगा। किसानों को वर्ष 2020-21 में खरीफ फसल धान की सीओ 51, एनडीआर 2065, मालवीय सुगंधा एचयूआर 917, एचयूआर 105, सीयाट्स 1 एवं धान पंत 24 पर मूल्य का 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज मिलेगा। धान के बीजों की नर्सरी डालने के बाद 20-25 दिन बाद रोपाई कर सकते है। किसान खेत के क्षेत्रफल के 1/20 भाग में नर्सरी डाल सकते है।
उप कृषि निदेशक डा. अशोक उपाध्याय ने बताया कि मालवीय सुगंधा एचयूआर 917 बीज 135 से 140 दिन में 50-55 कुंतल प्रति हेक्टेअर उत्पादन होता है। मालवीय सुगंधा एचयूआर 105 प्रजाति 130 से 135 दिन में 40 से 50 कुंतल प्रति हेक्टेअर, मध्यम महीन प्रजाति सीओ 51 का बीज दर 30 कुंतल प्रति हेक्टेअर एवं सीधी बुवाई में 40 से 50 कुंतल प्रति हेक्टेअर है। यह 105 से 110 दिन में 50-60 कुंतल प्रति हेक्टेअर उत्पादन देता है। एनडीआर 2065 120 से 125 दिन में 55 से 60 कुंतल प्रति हेक्टेअर उत्पादन है। इसका दाना लम्बा मोटा तथा सफेद होता है। वहीं सीयाट््स-1 प्रजाति 125 से 130 दिन में 40 से 45 कु प्रति हेक्टेअर उत्पादन होता है। खरीफ 2020-21 में धान बीज की प्रजाति सीओ 51 पर 1812 प्रति कुंतल, एनडीआर 2065 पर 1670 प्रति कुंतल, मालवीय सुगंधा एचयूआर 917 एवं 105 पर 2507 प्रति कुंतल, सीयाट्स-1 पर 1812 प्रति कुंतल अनुदान मिलेगा। जिले को प्राप्त 552.60 कुंतल धान बीज का वितरण सभी राजकीय कृषि बीज भंडारों से होगा।