ट्रेन में सफर के दौरान बीमार पड़े तो दवाओं का खर्च खुद से उठाना पड़ेगा
अगर रेल में यात्रा के दौरान आपकी तबियत खराब होती है तेा उसके इलाज का खर्च अब खुद उठाना पड़ेगा। यह आदेश रेलवे बोर्ड ने जारी किया है।
चंदौली (राकेश श्रीवास्तव) : खुशी, उत्साह और उपहार देने के पर्व दीपावली पर रेलवे ने यात्रियों की जेब काट ली। अगर सफर के दौरान यात्री बीमार पड़े तो इलाज का खुद से खर्च उठाना पड़ेगा। इस आदेश से ट्रेनों में रोजाना सफर करने वाले करीब ढाई करोड़ यात्री प्रभावित होंगे। रेलवे बोर्ड ने राजस्व बढ़ाने के दृष्टिगत यह कदम उठाया है। रेल प्रशासन अभी तक यात्रियों के सफर के दौरान बीमार पड़ने पर खुद के बजट से इलाज कराता रहा है। अब इस आदेश से यात्रियों को परेशानी होगी। यूं रहेगा बदला स्वरूप : ट्रेन में सफर करने के दौरान बीमार पड़े तो रेल प्रशासन इलाज की व्यवस्था देगा। बशर्ते फीस अदा करने के बाद डॉक्टर इलाज शुरू करेगा। रेल प्रशासन अस्पताल पहुंचा देगा लेकिन इलाज का खर्च यात्री को ही देना होगा। यात्रियों को अभी मुफ्त में इलाज की व्यवस्था मिलती थी। यह सहूलियत जरूर दी है कि दवाओं के दाम वास्तविक लिए जाएंगे।
इएफटी के जरिए होगी वसूली : रेलवे ने राजस्व बढ़ाने के दृष्टिगत निर्णय लिया है। लिहाजा इसे इएफटी यानी एक्सेस टिकट फेयर के जरिए वसूल किया जाएगा। रेल प्रशासन ट्रेन में अनाधिकृत यात्रा करने वालों से जुर्माना वसूलने के बाद इफटी की रसीद देता है। ट्रेन में टीटीई, प्लेटफार्म पर स्क्वायड दस्ता को इएफटी रसीद दी जाती है।
महाप्रबंधकों को भेजा निर्णय : रेलवे बोर्ड के इजीक्यूटिव डायरेक्टर उमेश बालोंदा ने मंत्रालय के निर्णय से भारतीय रेल के 17 जोनों के महाप्रबंधकों को पत्र भेजकर अवगत करा दिया है। व्यवस्था में बदलाव को फौरी तौर पर लागू करने को कहा गया है।