गृहमंत्री अमित शाह 18 को वाराणसी आएंगे, नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर करेंगे जागरूक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गृहमंत्री अमित शाह 18 जनवरी को आ रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गृहमंत्री अमित शाह 18 जनवरी को आ रहे हैं। यहां वह संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान में जनसभा को नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर संबोधित करेंगे।
गृहमंत्री के आगमन को देखते हुए भाजपा ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने शुक्रवार को पदाधिकारियों के साथ संपूर्णानंद संस्कृत विवि के ग्राउंड पहुंचे और तैयारियों का जायजा लिया। तैयारियों को परखने के बाद सुनील ओझा ने शिवपुर और अजगरा विधानसभा क्षेत्र के मंडल कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। कार्यकर्ताओं को बताया कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने तीन करोड़ परिवारों तक नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर जागरूक करने के लिए पत्रक बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है। संगठन जन जागरण अभियान के जरिए देश में फैलाये जा रहे अस्थिरता के वातावरण को पटरी पर लाने के लिए गंभीर है। आरोप लगाया कि कांग्रेस चाहती है कि देश रोहिंग्या शरणार्थियों को भी नागरिकता दे जो देश की अस्मिता के लिए खतरा है। इस नागरिकता संशोधन अधिनियम में ऐसे शरणार्थी जो 31/12/2014 से पहले भारत देश में शरण लिए है उन्हें ही नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। हम पाकिस्तान, बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को भी नागरिकता देने के लिए तैयार हैं लेकिन कांग्रेस क्यों परेशान हैं यह समझ में नहीं आ रहा।
वर्ष 2003 में राज्यसभा में पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने भी तत्कालीन गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी से शरणार्थी हिंदू एवं सिखों को नागरिकता देने के लिए संशोधन की मांग की थी। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा चिंतनीय विषय है।
प्रदेश सह प्रभारी ने कहा कि गृहमंत्री के आगमन से पूर्व सेक्टर स्तर पर हर बूथों से सभी पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए गांव के वरिष्ठों को आमंत्रित करते हुए घर-घर जनसभा में पहुंचने का निवेदन करना है। इस दौरान चंद्रशेखर सिंह, क्षेत्रीय महामंत्री अशोक चौरसिया, अखंड सिंह, श्रीनिकेतन मिश्र, जय प्रकाश पांडेय, मंगला यादव, रामबदन चौहान, हिटलर सिंह, प्रमोद पाण्डेय, विजय राजभर, रामप्रकाश दुबे उपस्थित रहे।