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warranty खत्म होने के बाद भी सस्ते में बनेगें होम एप्लायंस, उपभोक्‍ता के घर जाकर की जाएगी रिपेयरिंग

वारंटी खत्म होने के बाद अब आपके महंगे घरेलू उपकरण सस्ते दामों में बनेंगे। इसके लिए बनारस के आलोक जायसवाल ने एक सेट श्योर एप तैयार किया है। जिसकी लांचिग रविवार को विधायक सौरभ श्रीवास्तव करेंगे। कंपनी का विजन है कि लोग महंगे घरेलू उपकरण खरीद लेते हैं।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 10:17 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 01:50 PM (IST)
वारंटी खत्म होने के बाद अब आपके महंगे घरेलू उपकरण सस्ते दामों में बनेंगे।

वाराणसी [सौरभचंद्र पांडेय]। वारंटी खत्म होने के बाद अब आपके महंगे घरेलू उपकरण सस्ते दामों में बनेंगे। इसके लिए बनारस के आलोक जायसवाल ने एक सेट श्योर एप तैयार किया है। जिसकी लांचिग रविवार को विधायक सौरभ श्रीवास्तव करेंगे। कंपनी का विजन है कि लोग महंगे घरेलू उपकरण खरीद लेते हैं। कंपनी की वारंटी खत्म होने के बाद उसके मरम्मत में ज्यादा पैसे खर्च होते हैं। इस कारण लोग उसे बनवाते नहीं है। इसको ध्यान में रखकर आलोक ने एक सेट श्योर एप तैयार किया है। जिसके माध्यम से वह उपभोक्ताओं के घर पहुंचकर खराब उपकरणों के पार्ट की रिपेयरिंग करेंगे। इससे खराब उपकरण के पूरे पार्ट को बदलने की बजाए उसकी रिपेयरिंग सस्ती पड़ेगी। जो लोगों के बजट में होगा। साथ ही कंपनी की सर्विस से बेहद कम खर्चे में आपका उपकरण बन जाएगा।

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यह है एप की खासियत

उपभोक्ताओं को सेट श्योर एप प्रयोग करने के लिए पहले प्ले स्टोर से एप को डाउनलोड करना होगा। उसके बाद उसमें एक आईडी क्रिएट करनी होगी। इसके बाद खराब उपकरण का माडल नंबर, फोटो, उपकरण की समस्या, उपभोक्ता का पूरा पता व मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद कंपनी के तकनीकि विशेषज्ञ संबंधित उपभोक्ता से 15 मिनट में संपर्क करके घर पहुंचेंगे।

ऐसे मिलेगा रोजगार

एप डेवलपर आलोक जायसवाल ने बताया कि मैंने आइएफबी कंपनी से रिजाइन देकर यह काम शुरु किया है। इससे हम स्थानीय स्कील्ड युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं। अभी तक हमने 20 लोगों को रोजगार दिया है। एप में जोड़ने से पहले हम स्कील्ड युवाओं को ट्रेनिंग देते हैं। उनका पुलिस सत्यापन कराते हैं। उसके बाद उनको एप में जोड़ा जाता है। इनका काम यह है कि एप पर आई शिकायत मिलते ही संंबंधित उपभोक्ता से बात करके उनके घर पहुंचकर खराब उपकरणों को बनाना है। बनारस में बहुत से युवाओं के पास स्कील है लोकिन उन्हें काम नहीं मिल पाता है। यह एप उन्हें रोजगार मुहैया कराने के साथ ही उचित सर्विस चार्ज भी दे रहा है।

टीम में शामिल हैं पांच लोग

इस एप को डेवलप करने में आलोक जायसवाल जो आइएफबी में मैनेजर थे। उनके

मित्र दीपक प्रकाश, अभिजीत कुमार मार्केटिंग एक्सपर्ट, पुरुषोत्तम केशरी सर्विस एक्सपर्ट और सूची जायसवाल की भूमिका है। सभी मल्टी नेशनल कंपनियों में अच्छे पदों पर कार्यरत थे। कंपनी से रिजाइन करने के बाद सभी ने मिलकर एप बनाया है। यह एप पटना में काफी लोकप्रिय भी है। अब बारी बनारस में इसके लोकप्रिय होने की है।


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