हाईकोर्ट ने 'मिर्जापुर' टीम की गिरफ्तारी पर लगाई रोक, ओटीटी प्लेटफार्म के लिए सेंसर बोर्ड की मांग
1861 में जब मीरजापुर जिला बना तो यह युनाइटेड प्राविनेंस का सबसे बड़ा जिला था। इसके अलावा अन्य कई रिकार्ड इस जिले के नाम पर दर्ज है। बावजूद इसके एक्सेल इंटरटेनमेंट व अमेजन प्राइम कंपनी ने इस जिले की छवि को पूरे विश्व में खराब किया है।
मीरजापुर, जेएनएन। मिर्जापुर वेब सीरीज वाली टीम की गिरफ्तारी पर लगी रोक को हटाने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे, ताकि जनपद की छवि खराब करने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी कराकर इनको जेल भेजवाया जा सकें। यही नहीं ओटीपी कंटेट प्लेटफार्म पर संचालित की जाने वाली वेब सीरीज के लिए एक सेंसर बोर्ड बनाने की मांग करेंगे, जिससे कोई भी सीरीज रिलीज करने से पहले बोर्ड इनको देखकर यह तय करें कि जो इसमें दिखाया जाने वाला है उससे किसी के भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचे।
नई सीरीज तीन बनाने के लिए टीम द्वारा जिलाधिकारी मीरजापुर के यहा किए गए आवेदन को निरस्त करने के लिए डीएम और डीएम को पत्र लिखा गया है। ये बातेंं उच्च न्यायालय में अभ्यास करने वाले अधिवक्ता रूद्र विक्रम सिंह निवासी दिल्ली ने नगर के लालडिग्गी स्थित एक लान में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जिस जनपद से पूरे देश का समय निर्धारण हुआ है।
विश्व में प्रख्यात आठवी शक्तिपीठ मां विंध्यवासिनी बसती हो उस जनपद को एक्सेल इंटरमेनमेंट के मालिक फरहान अख्तर और अमेजन प्राइम सहित अन्य के द्वारा मीरजापुर वेब सीरीज के माध्यम से इस कदर बदनाम किया जा रहा हैं जैसे यह जिला गुंडा मवालियों और आपसी रिश्तों को बदनाम करने वाली महिलाएं यहां रहती हो। 1700 शताब्दी के दौरान मीरजापुर जनपद अस्तित्व में आने के बाद सिर्फ अपनी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगौलिक, व्यवसायिक पृष्ठ भूमि के लिए महशूर रहा है।
1861 में जब मीरजापुर जिला बना तो यह युनाइटेड, प्राविनेंस का सबसे बड़ा जिला था। इसके अलावा अन्य कई रिकार्ड इस जिले के नाम पर दर्ज है। बावजूद इसके एक्सेल इंटरटेनमेंट व अमेजन प्राइम कंपनी ने इस जिले की छवि को पूरे विश्व में खराब किया है। बताया कि उन्होंने वेब सीरीज 2 के बनने की जानकारी होने पर इसके रिलीज पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर थी, लेकिन तारीख लगने में देर होने के कारण यह रिलीज हो गई। फिर भी कोर्ट ने इनको नोटिस जारी करते हुए अगली सुनवाई आठ मार्च को दोबारा करने तक इनसे इस मामले में जवाब मांगा है।
इसमें वे इसके संचालन पर रोक लगाने व तीसरी सीरीज न बनाने के आदेश जारी करने के लिए न्यायालय से मांग करेंगे। कहा कि जनपद के अदलहाट निवासी अरविंद चतुर्वेदी ने भी इनके विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया है। जिसकी गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक लगाया है। उस आदेश के खिलाफ भी वे उच्चन्यायालय में जाएंगे, जिससे इनकी गिरफ्तारी पर लगी रोक हट सके और इनकी गिरप्तारी हो जाए। सीएम के पास भी एक पत्र भेजकर इनके संचालन पर व तीसरी सीरीज के लिए शूटिंग करने के लिए अनुमति नहीं देने की मांग की गई है।