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सोनभद्र की सीमा में फिर से पहुंचा हाथियों का झुंड, घरों में तोडफ़ोड़ कर मक्का व धान की फसल को रौंदा

सीमावर्ती मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के जंगलों में बुधवार को गए हाथियों का झुंड गुरुवार की देर रात्रि गोभा ग्राम पंचायत में आकर फसलों एवं घरों को क्षति पहुंचाया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 11:33 PM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 11:33 PM (IST)
सोनभद्र की सीमा में फिर से पहुंचा हाथियों का झुंड, घरों में तोडफ़ोड़ कर मक्का व धान की फसल को रौंदा
सोनभद्र की सीमा में फिर से पहुंचा हाथियों का झुंड, घरों में तोडफ़ोड़ कर मक्का व धान की फसल को रौंदा

सोनभद्र, जेएनएन। सीमावर्ती मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के जंगलों में बुधवार को गए हाथियों का झुंड गुरुवार की देर रात्रि गोभा ग्राम पंचायत में आकर फसलों एवं घरों को क्षति पहुंचाया। हाथियों के वापस होने को लेकर वन विभाग व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी। गुरुवार की रात्रि तीन बजे हाथियों की चिंघाड़ ने एक बार फिर से गांव वालों को नींद हराम कर दी है। हाथियों की आहट पाकर जंगल के किनारे बसे लोगों ने रात में अपना घर छोड़कर दूसरे जगह जाकर शरण लिया। हाथियों के झुंड ने गोभा गांव के मडवाडोल टोले में फिर से क्षति पहुंचाई है। हाथियों ने घरों में तोडफ़ोड़ कर मक्का एवं धान की फसल को रौंदा है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग सिंगरौली को दिया है।

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ग्रामीणों ने कि मुआवजे की मांग

गत एक सप्ताह से रात में हाथियों के उत्पात से लाखों रुपए की क्षति झेल चुके किसानों ने जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। रात में हाथियों के तांडव से डरे ग्रामीणों ने मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश की वन विभाग की टीम से हाथियों को उनके प्राकृतिक आवास तक भेजे जाने की स्थाई व्यवस्था किए जाने कि मांग की है। गांव के सुखलाल बैगा, जवाहिर बैगा, गेन साह, राजहा बैगा, जगतपाल, रामेश्वर व बबुआन ने कहा कि हाथी आने का डर सदैव बना रहता है। हाथियों द्वारा मक्का, धान की फसल, पंङ्क्षपग सेट को भारी क्षति पहुंचाई है। किसान अमृतलाल ने कहा कि हाथियों ने गरीब किसानों को बर्बाद कर दिया है। ङ्क्षसगरौली जिला प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा उन्हें मुआवजा नहीं दिलाया गया तो को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी।

एमपी-छत्तीसगढ़ के सीमा पर जमा?13 हाथियों का झुंड

सिंगरौली जनपद से 30 किमी. दूर नानियागढ़ में गत सप्ताह से 13 हाथियों के झुंड का आना-जाना लगा हुआ है। इससे आसपास के कई गांव के लोग डर से रतजगा कर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से हाथियों का झुंड छत्तीसगढ़ से आते हैं तो कभी सोनभद्र के बीजपुर इलाके तो कभी छत्तीसगढ़ के रघुनाथ नगर जंगल में चले जा रहे हैं। इससे तीनों राज्यों के आसपास के गांव वाले जहां दहशत की ङ्क्षजदगी जी रहे हैं, वहीं एक सप्ताह से तीनों राज्यो के वन कर्मी रात भर पहरा दे रहे हैं। हाथी को लेकर विषम परिस्थित यह बनी हुई है कि छत्तीसगढ़ से हाथी को मध्य प्रदेश की सीमा में भगा दिया जा रहा है। एमपी वन विभाग द्वारा हाथियों को भगाकर यूपी की सीमा पहुंचा दिया जा रहा है। हाथियों को सही मुकाम तक पहुंचाने की तरकीब पर तीनो प्रांत के वन कर्मी काम नहीं कर रहे हैं। इससे प्रतिदिन तीनो प्रांत की सीमा पर हाथियों का उत्पात कायम है। हाथियों के झुंड में 10 बड़े और तीन उनके बच्चे शामिल हैं। गत वर्ष अक्टूबर माह में हाथियों ने एक ग्रामीण और एक वन कर्मी पर हमला किया था। इसको लेकर ग्रामीणों में दहशत है। 

वन विभाग की टीम पूरी तरह से मुस्तैद

हाथियों के झुंड के पुन: वापस आने की सूचना के बाद हमारी वन विभाग की टीम पूरी तरह से मुस्तैद है। वन विभाग पूरा प्रयास करेगा की हाथी सोनभद्र की सीमा में प्रवेश ना कर पाएं।

मो. जहीर मिर्जा, वन क्षेत्राधिकारी


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