सोनभद्र में बलुई बंधी से बढ़ा खतरा, खाली कराये गये आसपास के गाव
सोनभद्र में एक पखवारे से अधिक समय से हो रही बरसात का असर बंधियों पर भी पड़ने लगा है।
सोनभद्र : एक पखवारे से अधिक समय से हो रही बरसात का असर बंधियों पर भी पड़ने लगा है। पानी के बढ़ते दबाव के कारण मारकुंडी घाटी के समीप स्थित बलुई बंधे में गुरुवार की सुबह होल हो गया। अचानक पानी का तेज बहाव होता देख बंधी पर मिट्टी भरकर पानी का बहाव रोक रहे श्रमिक दहशत में वहा से पलायित हो गये। हालाकि उसे रोकने की कवायद चल रही है लेकिन पानी का बहाव बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में किसी बड़े हादसे को देखते हुए जिला प्रशासन ने आसपास के गावों को खाली कराया जा रहा है। यहा के लोगों को आसपास के स्कूलों में भेजा जा रहा है। पानी का तेजी से फैलाव बंधी के आसपास के सलखन, केवटा व पथरहा गावों में हो रहा है। जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह के निर्देश पर इन गावों के लोगों को गाव से हटाकर मारकुंडी के स्कूल में पहुंचाया जा रहा है। हालाकि अभी गावों में पानी पहुंचा नहीं है।
दरअसल मारकुंडी घाटी के समीप स्थित इस बंधी की क्षमता 213 एमसीएफटी (मिलियन क्यूबिक फीट) है। पानी भराव की अधिकतम ऊंचाई 208 मीटर है। लगातार हो रही जोरदार बारिश से गुरुवार तक इसमें 207.1 मीटर बारिश का पानी भर गया था। अवर अभियंता ने बताया कि सूचना मिली थी कि बंधे पर दो फीट की परिधि में मिट्टी धसक गई है। सुबह मजदूरों को मौके पर भेजकर मिट्टी की भराई कार्य में लगाया गया था। इसी दौरान पानी के बहाव के कारण उक्त स्थल पर बड़ा छेद हो गया। इसके बाद पानी का तेज बहाव शुरू हो जाने से श्रमिक भी काम छोड़कर वहा से हट गये। उच्चाधिकारियों को सूचना देकर मौका मुआयना किया जा रहा है। एसडीओ अनिल मिश्रा ने बताया बंधे से निकलने वाली सलखन माइनर के समीप होल हुआ है। वे लखनऊ प्रशिक्षण से लौट रहे हैं लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सिंचाई के लिए बंधे के पानी के महत्व को देखते हुए तत्काल उसे दुरुस्त कराया जायेगा।
हालांकि मौके पर अधिकारी पहुंचकर तेज बहाव को रोकने का उपाय करने में जुट गए हैं। मगर पानी के तेज बहाव के चलते राहत का काम प्रभावित भी हो रहा है।