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वाराणसी में विकास कार्य से जुड़े मजदूरों का कराना होगा स्वास्थ्य बीमा, नगर आयुक्त ने दिया निर्देश

समस्त कार्यदायी संस्था स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के उपचार के लिए प्रस्तावित सभी दवायें पर्याप्त मात्रा में साइट पर उपलब्ध कराएं। सभी कर्मचारियों व मजदूरों का कोविड-19 हेल्थ इन्श्योरेंस कराया जाना सुनिश्चित करें। ठेकेदारों को सरकार की ओर से जारी कोविड-19 गाइडलाइन की जानकारी दी गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 07:30 AM (IST)
वाराणसी में विकास कार्य से जुड़े मजदूरों का कराना होगा स्वास्थ्य बीमा, नगर आयुक्त ने दिया निर्देश
सभी कर्मचारियों व मजदूरों का कोविड-19 हेल्थ इन्श्योरेंस कराना होगा।

वाराणसी, जेएनएन। स्मार्ट सिटी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरांग राठी ने कंपनी से संबंधित विकास कार्य करने वाली सभी कार्यदायी संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। इसमें ठेकेदारों को सरकार की ओर से जारी कोविड-19 गाइडलाइन पर चर्चा की। उनका कड़ाई के साथ कार्य स्थलों पर पालन कराने के निर्देश दिए। कहा, कार्यस्थल पर कार्यदायी संस्था द्वारा अपने सभी कार्यरत कर्मचारियों व मजदूरों की वैश्विक महामारी कोविड-19 से सुरक्षा के लिए डबल मास्क, सैनिटाइजर, हैंडवाश या साबुन-पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

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यह भी निर्देशित किया गया कि समस्त कार्यदायी संस्था स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के उपचार के लिए प्रस्तावित सभी दवायें पर्याप्त मात्रा में साइट पर उपलब्ध कराएं। सभी कर्मचारियों व मजदूरों का कोविड-19 हेल्थ इन्श्योरेंस कराया जाना सुनिश्चित करें। नगर आयुक्त ने बताया कि आम जन मानस की सुविधा और कोविड के संबंध में जानकारी का त्वरित एवं समुचित रूप से आदान प्रदान के लिए कोविड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर सिगरा में टोल फ्री नंबर 1077 की कुल 20 लाइनें क्रियाशील कर दी गई हैं। इन 20 लाइनों के चालू हो जाने से एक बार में 20 लोगों को रिस्पांस किए जाने की कार्यवाही प्रारंभ हो गई है जिससे अब किसी भी व्यक्ति का कॉल ड्रॉप नहीं हो रहा है।

जिले में कोरोना संक्रमण के प्रचंड वेग में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी बढ़ गई है। मांग अनुरूप आपूर्ति न होने से इंजेक्शन की किल्लत है। इंजेक्शन जो आ भी रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सरकारी कोविड अस्पतालों को उपलब्ध कराया जा रहा है। एसीएमओ डा. संजय राय ने बताया कि यदि किसी कोविड मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन देना जरूरी है तो निजी कोविड हास्पिटल अपने यहां से ही उपलब्ध कराएं। इसके लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई करने वाली कंपनियों को आर्डर देकर प्राप्त करें। ठीक उसी तरह जैसे मरीजों के लिए इस्तेमाल होने वाली अन्य दवा-उपकरण खरीदते हैं। उन्होंने बताया कि कई हास्पिटल अपने लेटर पैड पर मांग पत्र लिख कर मरीजों के स्वजनों को सीएमओ दफ्तर भेज दे रहे हैं।


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