स्वास्थ्य विभाग की टूटी निद्रा, आउटसोर्सिंग पर रखे 18 कर्मी
डेंगू के रोकथाम को स्वास्थ्य विभाग की टूटी निद्रा आउटसोर्सिंग से 18 की नियुक्ति
स्वास्थ्य विभाग की टूटी निद्रा, आउटसोर्सिंग पर रखे 18 कर्मी
जागरण प्रभाव
-डेंगू के मरीज के मिलते ही छिड़काव और फागिंग का काम करेंगे कर्मी
- जिले में 20 संदिग्ध मरीज का अस्पतालों में चल रहा है उपचार
-‘दैनिक जागरण’ ने खबर प्रकाशित कर विभाग पर उठाया था सवाल
जागरण संवाददाता, वाराणसी : जिले में डेंगू के 20 संदिग्ध मरीज मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ गए। विभागीय कर्मचारियों को अलर्ट करते हुए रोकथाम करने के लिए इंतजाम करने का निर्देश दिया। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने आउटसोर्सिंग पर 18 कर्मचारियों की तैनाती करते हुए नजर रखने को कहा। जलजमाव वाले स्थान व डेंगू के मरीज मिलने पर छिड़काव और फागिंग करने के लिए कर्मियों को निर्देश दिया। स्वास्थ्य विभाग की निद्रा तब खुली जब ‘दैनिक जागरण’ ने 17 अगस्त के अंक में ‘पूर्वांचल में डेंगू की दस्तक, अस्पतालों में कई संदिग्ध भर्ती’ खबर प्रकाशित कर स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठाया था। फिलहाल जिले के प्राइवेट अस्पतालों में बाहर के छह डेंगू मरीजों का उपचार चल रहा है।
कर्मचारियों की कमी के चलते अभियान में गति नजर नहीं आ रही थी। कारण यह है कि स्वास्थ्य विभाग के पास कर्मियों की कमी है। दो माह के लिए 18 कर्मियों की नियुक्ति की गई है। इनको रोजाना के हिसाब से 403 रुपये दिए जाएंगे। हालांकि, जिले भर के लिए यह कर्मी पर्याप्त नहीं हैं।
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बारिश के बीच मच्छरों का बढ़ा प्रकोप
शहर से लेकर गांव तक चारों तरफ गंदगी का माहौल बना हुआ है। इस वजह से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। इससे डेंगू के मामले एकाएक तेजी से बढ़ सकते हैं।
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डूडा की तरफ से 18 कर्मी आउटसोर्सिंग से मिले थे। शुक्रवार के दिन सभी को ट्रेनिंग देकर नियुक्ति की गई है। जिन्हें रोजाना के हिसाब से 403 रुपये दिए जाएंगे। इन कर्मियों को जहां भी डेंगू मरीज मिलेंगे इन्हें भेजकर छिड़काव और फागिंग कराई जाएगी।
शरद चंद्र पांडेय, डीएमओ, वाराणसी