बोले हार्दिक पटेल, मुझे मां गंगा ने नहीं बुलाया, बल्कि मैं तो खुद ही चलकर आया हूं काशी
हार्दिक पटेल ने कहा कि वह लोगों की समस्या जानने- समझने देश के हर हिस्से में जाएंगे, हालांकि इस दौरान उन्होंने बनारस से चुनाव लड़ने की बात से इंकार किया।
वाराणसी, जेएनएन। गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल शनिवार को वाराणसी पहुंचे और अगले दिन रविवार को उन्होंने काशी में भ्रमण और दर्शन किया। उन्होंने कहा कि वह गरीब, किसान व युवाओं की समस्या जानने- समझने के लिए बनारस ही नहीं, देश के हर हिस्से में जाएंगे। हालांकि इस दौरान उन्होंने बनारस से चुनाव लड़ने की बात से इंकार किया।
शनिवार को काशी में रात्रि विश्राम करने के बाद रविवार को हार्दिक पटेल ने काशी विश्वनाथ व काल भैरव में दर्शन पूजन किया। बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद हार्दिक ने बातचीत में कहा कि मैं धार्मिक यात्रा पर हूं इसे राजनीति से न जोड़ें। दरअसल बीते माह भर में दो बार हार्दिक पटेल के काशी दौरे से उनके काशी से चुनाव लड़ने की सियासी चर्चाएं जोरों पर थीं। हार्दिक पटेल को लेकर स्थानीय नेताओं से भी मुलाकातें चर्चा का विषय बनी रही हैं।
वहीं रविवार को जब उनसे यह सवाल किया गया कि साढ़े चार वर्ष में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में कितना विकास हुआ है तो उन्होंने कहा कि विकास तो हुआ है। शहर में गड्ढे ज्यादा हैं और जाम का झाम चाराें ओर है। वहीं विश्वनाथ कॉरिडोर पर कहा कि यह धार्मिक कार्य है इसपर कोई टिप्पणी नही करूंगा। मुझे मां गंगा ने नहीं बुलाया, मैं तो खुद आया हूं काशी। हार्दिक ने साफ किया कि उनके वाराणसी दौरे के पीछे लोकसभा चुनाव लड़ने की सोच नहीं, बल्कि किसानों व गरीब तबके के लोगों से मिलकर उनकी स्थिति जानने और युवा-किसानों के लिए कुछ करने की है।