नम आंखों से दी विदाई, आजमीने हज के पहले जत्थे ने भरी काशी से काबा की उड़ान
सुबह चौकाघाट स्थित अस्थाई हज हाउस में काज़ी-ए-शहर की दुआख्वानी के बाद अन्य धर्मगुरुओं ने हज यात्रियों के सलामती की कामना की।
वाराणसी, जेएनएन। काशी से काबा तक के लिए मुकद्दस हज सफर की शुरुआत सोमवार को हो गई। सुबह चौकाघाट स्थित अस्थाई हज हाउस में काज़ी-ए-शहर की दुआख्वानी के बाद अन्य धर्मगुरुओं ने हज यात्रियों के सलामती की कामना की। वहीं बाबतपुर एयरपोर्ट से 160 हज यात्रियों को लेकर एयर इंडिया के विमान ने पूर्व निर्धारित समयानुसार जेद्दा के लिए उड़ान भरी।
रात से ही दूर-दराज के हज यात्रियों का आगमन हज हाउस में शुरू हो गया था। पहले दिन एक ही उड़ान थी, जिसका समय सुबह 11 बजे निर्धारित था। लिहाजा सुबह सात बजे से ही यात्रियों को हज हाउस से एयरपोर्ट ले जाने का क्रम शरू हुआ। चार बस से कुल 160 यात्री एयरपोर्ट पहुंचाए गए, जिसके बाद सभी ने पूर्व निर्धारित समयानुसार काशी से काबा की उड़ान भरी। इससे पूर्व सुबह सवा सात बजे काज़ी ए शहर मौलाना गुलाम यासीन की सदारत में हज यात्रियों की सलामती के लिए दुआख्वानी हुई। वहीं फादर चन्द्रकांत व भाई धर्मवीर सिंह ने भी सुरक्षित यात्रा की कामना की। इसके बाद एडीएम प्रोटोकॉल अतुल कुमार, सेंट्रल हज कमेटी के सदस्य डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद सहित सभी धर्मगुरुओं ने पहली बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
30 जुलाई को 640 हज यात्री : मंगलवार को चार विमानों से कुल 640 हज ज़ायरीन रवाना होंगे जिसकी बुकिंग कर दी गई। करीब 80% ऑनलाइन बुकिंग हो जाने से अस्थाई हज हाउस में भीड़ कम हो रही। डॉ. जावेद ने हज ज़ायरीनों से अपील की है पासपोर्ट, वीज़ा की तरह हेल्थ कार्ड हर हाल में अपने पास रखें। सऊदी हुकूमत ने हेल्थ कार्ड की अनिवार्यता को बहुत ज़रूरी कर दिया है। सबसे पहले जेद्दा पहुंचने पर हेल्थ कार्ड देखने के बाद ही इमिग्रेशन तक पहुंच पाएंगे।
बांटी गई तिरंगे वाली तस्बीह : लल्लापुरा के अल्तमस अहमद अंसारी मक्का में हाजियों के तवाफ़ के लिए पिछले दस सालों से हर साल सात दाने वाली तिरंगे वाली तस्बीह बनवाते हैं और उसे हज ज़ायरीनों में बाँटते आ रहे हैं। हज के दौरान हाजियों को इस तस्बीह से तवाफ़ में काफी सुविधा होती है। इस बार भी यात्रियों को तिरंगी तस्बीह बांटी गई।
बनारस के सबसे अधिक यात्री शामिल : फ्लाइट एआई-5341 ने पूर्व निर्धारित समय सुबह 11 बजे लालबहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से जेद्दा के लिए उड़ान भरी। इसमें बनारस के सबसे अधिक 73 आजमीने हज थे। वहीं प्रयागराज के 58, आजमगढ़ के 6, गाजीपुर के 6 जौनपुर के 9, महराजगंज से एक व मीरजापुर के 7 जायरीन शामिल थे। वहीं 160 यात्रियों में 88 पुरुष व 72 महिलाएं शामिल रहीं।
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