Move to Jagran APP

Gyanvapi Masjid Shivling : मंदिर न्यास ने मांगा ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की पूजा का अधिकार

Shivling found in Gyanvapi mosqu श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने मांग की है कि ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की पूजा-अर्चना का अधिकार विश्वनाथ मंदिर न्यास को सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यक हुआ तो वे इसके लिए कोर्ट भी जाएंगे

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 08:15 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 09:23 PM (IST)
Gyanvapi Masjid Shivling : मंदिर न्यास ने मांगा ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की पूजा का अधिकार
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय मांगा ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की पूजा का अधिकार

जागरण संवाददाता, वाराणसी : Gyanvapi Masjid Case श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने मांग की है कि ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की पूजा-अर्चना का अधिकार विश्वनाथ मंदिर न्यास को सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यक हुआ तो वे इसके लिए कोर्ट भी जाएंगे। जब शिवलिंग मिल गया है तब उसकी पवित्रता बनी रही चाहिए और उसकी भोग-राग- आरती होनी चाहिए। मंदिर पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने अदालत से अपील की है कि वजूखाना के पास जो दीवार है उसे हटाने का आदेश पारित किया जाए ताकि वहां भी एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही हो सके। मंदिर पक्ष के सोहनलाल आर्य पहले ही इसकी मांग कर चुके हैं। आर्य ने कहा है कि अब तक की कार्यवाही में उनलोगों के पक्ष में बहुत मजबूत प्रमाण मिल चुके हैं।

loksabha election banner

कमीशन कार्यवाही की रिपोर्ट 19 मई को कोर्ट में दाखिल करेंगे विशेष एडवोकेट कमिश्नर

ज्ञानवापी प्रकरण में न्यायालय के आदेश पर नियुक्त विशेष एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह 19 मई को तीन दिन की कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत करेंगे। रिपोर्ट तैयार करने में सहायक एडवोकेट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह उनका सहयोग कर रहे हैं। यह रिपोर्ट विस्तृत होगी। इसमें मस्जिद परिसर के तहखाना, नमाज स्थल, गुंबद, वजूखाना समेत विभिन्न हिस्सों का जिक्र होगा। वीडीए के ड्राफ्ट मैन ने बनाया नक्शा रिपोर्ट के साथ पूरे परिसर का मानचित्र भी कोर्ट में दाखिल किया जाएगा। इसे वाराणसी विकास प्राधिकरण के दो ड्राफ्टमैन ने तैयार किया है। सर्वे पूरा होने के बाद 17 मई उन्हें रिपोर्ट दाखिल करनी थी लेकिन इसे तैयार करने के लिए विशेष एडवोकेट कमिश्नर ने दो दिनों का अतिरिक्त समय अदालत से लिया। छह व सात मई को सर्वे के अधूरा रहने के बाद इसे पूरा करने के लिए 14 मई से एक बार फिर एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही शुरू हुई थी। तीन दिन में 13 घंटे मस्जिद परिसर का सर्वे किया गया। इस दौरान 13 घंटे की वीडियोग्राफी की गयी और 15 सौ फोटोग्राफ लिए गए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.