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PDDU जंक्‍शन पर एक करोड़ से अधिक के जाली नोटों की आई रिपोर्ट, जीआरपी इंस्‍पेक्‍टर करेंगे जांच

ब्रह्मपुत्र मेल में मिले 1.10 करोड़ रुपये जाली करेंसी की जांच जीआरपी इंस्पेक्टर के मत्थे होगी। मध्य प्रदेश के देवास स्थित करेंसी प्रिटिंग प्रेस से आई रिपोर्ट का लिफाफा खुल गया है। रिपोर्ट लो क्वालिटी निकली है। बीते आठ मार्च को ब्रह्मपुत्र मेल से जाली करेंसी मिली थी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 10:21 AM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 10:21 AM (IST)
PDDU जंक्‍शन पर एक करोड़ से अधिक के जाली नोटों की आई रिपोर्ट, जीआरपी इंस्‍पेक्‍टर करेंगे जांच
ब्रह्मपुत्र मेल में मिले 1.10 करोड़ रुपये जाली करेंसी की जांच जीआरपी इंस्पेक्टर के मत्थे होगी।

चंदौली, जेएनएन। ब्रह्मपुत्र मेल में मिले 1.10 करोड़ रुपये जाली करेंसी की जांच जीआरपी इंस्पेक्टर के मत्थे होगी। मध्य प्रदेश के देवास स्थित करेंसी प्रिटिंग प्रेस से आई रिपोर्ट का लिफाफा खुल गया है। रिपोर्ट लो क्वालिटी निकली है। बीते आठ मार्च को ब्रह्मपुत्र मेल से जाली करेंसी मिली थी। जाली करेंसी के मिले लगभग एक महीना होने को है और सीसीटीवी फुटेज व किशनगंज के यात्री से पूछताछ के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। इतने दिनों तक टीम रिपोर्ट के भरोसे थी। हालांकि अब रिपोर्ट मिल गई है, अब पर्दाफाश का इंतजार है।

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बीते आठ मार्च को जीआरपी व आरपीएफ की टीम को ब्रह्मपुत्र मेल के बी-1 कोच के सीट नंबर 31 पर रुपयों से भरा एक लावारिस बैग मिला था। बैग में एक करोड़ 20 हजार रुपये के जाली नोट थे। लावारिस स्थिति में जाली नोटों के मिलने के बाद उच्च जांच एजेंसियों तक के हाथ पांव फूलने लगे थे। जाली नोटों के प्रिटिंग की पहचान के लिए नेशनल करेंसी टेस्ट ने भी नकली नोटों की जांच की गई थी। जाली नोटों के हाई व लो क्वालिटी की जांच के लिए मध्य प्रदेश के देवास स्थित करेंसी प्रिटिंग प्रेस भेजा गया था। जांच में करेंसी लो क्वालिटी की निकली है। ऐसे में उच्च अधिकारी मामले की जांच नहीं करेंगे बल्कि जीआरपी इंस्पेक्टर आरके सिंह को मामले का खुलासा करना

है। इंस्पेक्टर पर ही सबकी निगाह टिकी हुई है। अब देखना यह दिलचस्प रहेगा कि कितने दिनों में टीम इस मामले से पर्दा उठाती है।

एक माह में रिपोर्ट तो कितने दिनों में होगा खुलासा

भारी मात्रा में जाली करेंसी मिली थी तो रेल महकमे में खलबली मच गई थी। आनन फानन में दिल्ली से लेकर कामाख्या तक के ब्रह्मपुत्र मेल के ठहराव वाले 43 स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया था। वहीं जांच में यह भी पता चला था कि जिस सीट पर नोटों का बैग था, उस पर किशनगंज का यात्री सफर कर रहा था। टीम ने यात्री से पूछताछ की थी लेकिन दोनों जगहों से जीआरपी को कुछ नहीं मिला। एक महीने में रिपोर्ट आई, अब खुलासा करने में कितना समय लगता है, यह चर्चा का विषय बना हुआ है।


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