छत्तीसगढ़ के जंगलों में गुम हुआ हाथियों का झुंड, लगातार दो वर्षों से जंगली हाथियों के उत्पात से सहमे ग्रामीण
उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के सीमा पर पिछले कुछ दिनों से उत्पात मचाये हाथियों का झुंड शनिवार को छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में चला गया।
सोनभद्र, जेएनएन। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के सीमा पर पिछले कुछ दिनों से उत्पात मचाये हाथियों का झुंड शनिवार को छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में चला गया। यह सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों व वनकर्मियों ने राहत की सांस ली। उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे मध्य प्रदेश के कई गांव के घरों को तोडफ़ोड़ व फसलों को बर्बाद करने के साथ दो लोगों को रौंदकर मार डालने के बाद हाथियों का झुंड रविवार को देखने को नही मिला।
इस बाबत जिले के वनकर्मियों ने बताया कि बिगड़ैल हाथियों का झुंड छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में चला गया है। बावजूद इसके सीमा के दोनो तरफ रहने वाले ग्रामीणों में हाथियों को लेकर दहशत कायम रहा। गौरतलब हो कि विगत तीन-चार वर्षों से लगातार हाथियों का झुंड छत्तीसगढ़ के जंगलों से मध्य प्रदेश के रास्ते उत्तर प्रदेश के बीजपुर थाना क्षेत्र के जंगलों से सटे गांव में उत्पात मचा रहे हैं। इसके अलावा म्योरपुर व दुद्धी के रास्ते पुन: हाथियों का झुंड छत्तीसगढ़ में लौट जाता है। जो वनकर्मियों व स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस दौरान हाथियों के झुंड द्वारा रास्ते में पडऩे वाले गांव में भारी तबाही मचाई जाता रहा है। दो साल पूर्व थाना क्षेत्र के लीलाडेवा गांव में हाथियों के झुंड द्वारा एक बुजुर्ग को मार दिया गया था।
ऐसे में इस वर्ष भी हाथियों के झुंड को सीमावर्ती मध्य प्रदेश के कई गांव में देखे जाने के बाद बीजपुर थाना क्षेत्र में भी दहशत का माहौल है। सीमावर्ती इलाके के लोगों की माने तो रविवार को हाथियों के झुंड को नहीं देखा गया। शनिवार को मध्य प्रदेश के एक नदी के किनारे हाथियों के झुंड को देखा गया था, उसके बाद संभावना जताई जा रही है कि हाथियों का दल फिर उसी रास्ते से छत्तीसगढ़ की ओर जंगलों में वापस लौट रहा है। मध्य प्रदेश के वनविभाग के एक अधिकारी की माने तो हाथियों का झुंड वर्तमान समय में मध्य प्रदेश के सीमा क्षेत्र में नहीं है।