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सीएए के अपने फैसले पर सरकार अडिग, स्वार्थ के चलते कुछ लोग कर रहे हैं विरोध : मनोज सिन्हा

सीएए देशहित से जुड़ा सरकार का सोचा समझा फैसला है और सरकार अपने इस फैसले पर अडिग है। कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 06:01 PM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 06:01 PM (IST)
सीएए के अपने फैसले पर सरकार अडिग, स्वार्थ के चलते कुछ लोग कर रहे हैं विरोध : मनोज सिन्हा
सीएए के अपने फैसले पर सरकार अडिग, स्वार्थ के चलते कुछ लोग कर रहे हैं विरोध : मनोज सिन्हा

जौनपुर, जेएनएन। सीएए देशहित से जुड़ा सरकार का सोचा समझा फैसला है और सरकार अपने इस फैसले पर अडिग है। कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। वे या तो इसे समझ नहीं पा रहे हैं या उनका अपना कुछ स्वार्थ है। उक्त बातें भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कही। वे क्षेत्र के पेसारा गांव में एक निजी कार्यक्रम में आये हुए थे।

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सीएए के फैसले पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि इसका भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में बकायदा उल्लेख था। बहुमत से सरकार बनाने के बाद सरकार ने अपने इस वायदे को पूरा करके जनता का विश्वास हासिल किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कानून किसी की नागरिकता छीनने का नहीं है बल्कि देने का है। पड़ोसी मुल्कों में अल्पसंख्यक नागरिक जिनका उत्पीडऩ किया जाता है, उनको विशेष प्रावधानों के तहत नागरिकता देने का यह कानून है। दिल्ली के चुनाव के संबंध में कहा कि चुनाव में हार-जीत तो लगी रहती है, पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा हमें आठ फीसद ज्यादा मत मिले हैं। बजट पर पूछे गये सवालों पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का यह ऐतिहासिक बजट है। युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिले, इसकी काफी ङ्क्षचता इस बजट में की गई है। बेसहारा पशुओं के लिए सरकार जरूरी व्यवस्था कर रही है।

माधवराव सदाशिव राव गोलवलकर की जयंती मनायी

श्रीराम प्रभात शाखा पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवकों ने संघ के द्वितीय सरसंघचालक माधवराव सदाशिव राव गोलवलकर की जयंती मनायी। कार्यक्रम के पूर्व स्वयंसेवकों ने उनके चित्र के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित किया। इस मौके पर खंड संपर्क प्रमुख धनंजय सिंह ने कहा आरएसएस में माधवराव को गुरुजी उपाख्य नाम से जाना जाता है। गुरुजी ने सन 1940 से 1973 तक संघ के सरसंघचालक पद के दायित्व का निर्वहन कर डॉक्टर साहब के अधूरे कार्यों को विस्तार दिया। कठिन दिनों में उनका अतुलनीय पराक्रम, रणकुशलता, त्याग व बलिदान की गाथा भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों से लिखने लायक है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मनोज मिश्र संजय गुप्त, प्रमोद श्रीवास्तव, शिवप्रसाद, अंजनी गुप्त, राधा मोहन गुप्त, मोती चंद पटेल, मुकेश सिंह, धनशेर वर्मा आदि मौजूद थे। अध्यक्षता संघ के जिला गौ सेवा प्रमुख मोहनलाल ने की।


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