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बलिया में डायरिया की चपेट में आने से बालिका की मौत, 50 मरीज अस्पताल में भर्ती, दूषित पानी सप्लाई वजह

रसड़ा क्षेत्र के नागपुर मियां का बगीचा राजभर बस्ती में सप्लाई का दूषित पानी पीने से फैले डायरिया की चपेट में आने से बालिका पूजा (10) पुत्री जयनारायण राजभर की मौत हो गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 05:56 PM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 05:56 PM (IST)
बलिया में डायरिया की चपेट में आने से बालिका की मौत, 50 मरीज अस्पताल में भर्ती, दूषित पानी सप्लाई वजह
बलिया में डायरिया की चपेट में आने से बालिका की मौत, 50 मरीज अस्पताल में भर्ती, दूषित पानी सप्लाई वजह

बलिया, जेएनएन। रसड़ा क्षेत्र के नागपुर मियां का बगीचा राजभर बस्ती में सप्लाई का दूषित पानी पीने से फैले डायरिया की चपेट में आने से बालिका पूजा (10) पुत्री जयनारायण राजभर की मौत हो गई। वहीं शुक्रवार को 50 से अधिक बच्चे, महिलाएं व पुरूषों की तबीयत अचानक खराब हो गई। इसमें आठ की हालत गंभीर बनी हुई है। इन सभी को इलाज के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। डायरिया फैलने के बाद गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम रोकथाम के प्रयास में जुट गई है।

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सीएमओ ने बचाव राहत कार्य की खुद कमान संभाल ली

नागपुर मियां का बगीचा राजभर बस्ती में सप्लाई पानी पीने से जयनारायण राजभर का परिवार पहले चपेट में आया। देखते ही देखते पूरी बस्ती में फैल गया है। इसकी चपेट में आईं जयनारायण की बेटी पूजा की इलाज के दौरान मौत हो गईं। इससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। इसके बाद एक के बाद बस्ती के अन्य परिवार के सदस्य आने लगे। सभी को एंबुलेंस समेत अन्य साधनों से अस्पताल भेजा गया। इधर सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य टीम भी पूरी तरह से अलर्ट हो गई। जिलाधिकारी के निर्देश पर रसड़ा अस्पताल पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी डा. पीके मिश्रा ने पीडि़तों का हाल जाना जहां रोगियों को समुचित इलाज का निर्देश देते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को नागपुर गांव भेजा।

टीम गांव में बचाव कार्य में जुट गई। इस बस्ती में लगभग 150 की आबादी है। जहां मात्र एक इंडिया मार्का हैंडपंप है। इस बस्ती में समीप के श्रीनाथ बाबा का मंदिर के पास से ओवर हैंड टैंक से लोगों को जल की आपूर्ति होती चली आ रही है। इस बीच बरसात की वजह से सप्लाई पाइप में गंदे नाले का पानी लिकेज होने के कारण घरों तक पहुंच गया। इससे पानी दूषित हो गया। दूषित पानी पीने की वजह से आधा दर्जन से अधिक मरीजों को गुरुवार की देर शाम को ही रसड़ा अस्पताल में लाया गया। देखते ही अगले दिन डायरिया से पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़ती गई। एकाएक लगभग 50 की संख्या में मरीजों को रसड़ा सीएचसी में आ जाने से अफरा-तफरी की स्थिति मच गई। अधीक्षक डा. वीरेंद्र कुमार, डा. एजी अंसारी, डा. पीसी भारती, डा. बीपी यादव सहित अन्य चिकित्सकों की टीम द्वारा डायरिया पीडि़त मरीजों के उपचार में लग गए। इस दौरान गंभीर रूप से पीडि़त आरती (6) पुत्री तेज बहादुर, भगनी (7) पुत्री दमरी, ङ्क्षपस (5) पुत्र राजपत, श्याम कुमारी (25) पत्नी बीर बहादुर, कंचन (17) पुत्री सुभाष, अभिषेक (14) पुत्र सुभाष, मनीषा (35) पत्नी डब्लु, अंकित (6) पुत्र तेज बहादुर को ङ्क्षचता जनक स्थिति में चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। वहीं अन्य मरीजों का इलाज रसड़ा सीएचसी में चल रहा है।

दूषित पानी की वजह से उत्पन्न हुई स्थिति

रसड़ा: नागपुर गांव में डायरिया के मरीजों की संख्या 50 से अधिक होने की सूचना पर रसड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी डा. पीके मिश्रा ने मरीजों के समुचित उपचार हेतु चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि दूषित पानी पीने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया और अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।


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