पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा : देर रात एक बजे हुई हत्या, बालिका पर थे दर्जनों वार
बहन की हत्या से बदहवास भाई को देर रात मातलदेई पुलिस चौकी उठा लाई और उसके पूरे कपड़े उतरवाकर नग्न करने के बाद उसके शरीर का परीक्षण किया कि उस पर आरोप मढ़े जाएं।
वाराणसी (जेएनएन) : रोहनिया पुलिस ने मानवता को ताख पर दिया है। कसाई जैसा व्यवहार करते हुए पुलिस ने दुष्कर्म के बाद नृशंस तरीके से नौ साल की बालिका की हत्या के मामले में दरिंदों को खोजने के बजाय मृतका के बड़े भाई को ही शक के दायरे में खड़ा कर दिया। बहन की हत्या से बदहवास भाई को देर रात मातलदेई पुलिस चौकी उठा लाई और उसके पूरे कपड़े उतरवाकर नग्न करने के बाद उसके शरीर का परीक्षण किया कि कहीं उसके शरीर पर कोई ऐसा निशान मिल जाए जिससे उसी पर बहन की हत्या का आरोप मढ़ दे।
बहन की हत्या से बदहवास भाई गिड़गिड़ाता रहा लेकिन पुलिस ने अपनी पूरी मनमानी उसके साथ की। इतना ही नहीं बेटी की नृशंस तरीके से की गई हत्या के बाद से बदहवास मां को भी पुलिस चौकी बुलाकर पूछताछ की गई। पुलिस की कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। रोहनिया के एक गांव में कक्षा चार की छात्रा नौ वर्षीय बालिका की बुधवार देर रात दुष्कर्म के बाद हैवानियत की हद पार करते हुए हत्या कर दी गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बालिका के शरीर पर दर्जनों वार किए गए थे। दरिंदों ने उसके सिर पर भी भारी वस्तु से प्रहार कर दिया था जिससे मिट्टी की जमीन तीन इंच नीचे तक धंस गई थी। पुलिस के अनुसार दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड को परीक्षण के लिए भेजा गया है। उधर, गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद सुरक्षा के बीच रात में ही हरिश्चंद्र घाट पर बालिका का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में शामिल एक युवक को संदेह के दायरे में लाते हुए पुलिस ने उठा लिया।
पसरा रहा सन्नाटा सकते में परिवार व ग्रामीण
बालिका की हुई हत्या के बाद शुक्रवार को भी गांव में सन्नाटा पसरा रहा। चट्टी-चौराहे पर वारदात को लेकर चर्चा होती रही। शोक में कई घरों में भोजन नहीं बना। हैवानों की दरिंदगी का शिकार बनी बालिका के भाई व मां ने शुक्रवार को भी अन्न का एक निवाला नहीं लिया। मां-बेटे बस यहीं कहते रहे कि उनकी बेटी के साथ जिसने भी इतने क्रूर तरीके से वारदात की है, उसे भी ऐसी ही सजा मिले। मां-बेटों के आंसू देखकर सांत्वना देने पहुंचने वालों के आंसू भी छलक पड़े।
क्रूरता की गवाही दे रहे कमरे को देख सिहर गए लोग
रोहनिया के गांव में जिस कमरे में नौ साल की बच्ची के साथ हैवानों ने दरिंदगी की थी, उसे देखकर हर कोई सिहर जा रहा था। कमरा गवाही दे रहा था कि बालिका के साथ क्रूरता की हद पार कर दी गई थी मानो कोई पुराना खार हो। कमरे सामान जगह-जगह बिखरे थे। सब्जी, बर्तन समेत पूरे कमरे में खून के छींटे थे जिसे देखकर लग रहा था बालिका ने अपने को बचाने की जी जान से कोशिश की।
आसपास का माहौल भी कम दोषी नहीं
घटनास्थल के आसपास का माहौल भी वारदात के लिए कम दोषी नहीं है। घटना स्थल से सटी हुई मीट की दुकान का मृतका अक्सर विरोध करती थी। कुछ दूरी पर सरकारी देशी शराब की दुकान है जहां पुलिस के संरक्षण में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। देशी शराब की दुकान के पास ही गांजा बिकता है जहां से पुलिस हफ्ता वसूलती है। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस अगर यहां कुछ रुपये के चक्कर में अराजक तत्वों का जमावड़ा नहीं लगने देती तो ऐसी घटना नहीं होती।
बड़े पिता ने किया अंतिम संस्कार
बालिका के पिता की मृत्यु पहले ही हो जाने व दोनों भाइयो के छोटा होने के कारण बड़े पिता सन्त लाल राजभर ने हरिश्चंद्र घाट पर मुखाग्नि दी।
मोबाइल से मिले अहम सुराग, हत्यारे खाते थे पान-गुटखा
बालिका की लाश के पास पुलिस को परिवार का मोबाइल मिला। काल डिटेल के आधार पर पुलिस ने गांव के ही 5 व अन्य जगहों के करीब तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ चल रही है। कमरे में कुछ स्थानों पर पान और गुटखा की पीक थी। घर में कोई गुटखा-पान का सेवन नहीं करता था। आशंका है कि हत्यारे पान-गुटखा खाते हैं।
कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल, सरकार से 20 लाख की मांग की
पीडि़त परिवार को सांत्वना देने के लिए कांग्रेस समेत अन्य दलों के नेता पहुंचे। कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक अजय राय के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने सूबे की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया। अजय राय ने कहा कि हत्यारों को पकडऩे के बजाय पुलिस उसके ही घरवालों को परेशान कर रही है। उप जिलाधिकारी राजातालाब अंजनी सिंह व एसपी ट्रैफिक/नोडल अधिकारी लक्ष्मी बाई सम्मान कोष सुरेश चंद्र रावत से वार्ता कर तत्काल लक्ष्मी बाई सम्मान कोष से 10 लाख की राशि के साथ ही सरकार से 20 लाख रुपये पीडि़त परिवार को दिलाने की मांग की। अजय राय ने कहा कि पीडि़त परिवार को न्याय नहीं मिला तो राज्यपाल से मिलेंगे। प्रतिनिधिमंडल में प्रजानाथ शर्मा, राघवेंद्र चौबे, राजेश्वर पटेल, संजय सिंह समेत अन्य शामिल रहे।
सपाजन भी पहुंचे मौके पर
पूर्व राज्य मंत्री सुरेंद्र पटेल व पूर्व विधायक महेंद्र पटेल के नेतृत्व में सपाजन भी मौके पर पहुंचे और पीडि़त परिवार को सांत्वना देने के साथ आला अधिकारियों से वार्ता कर पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा व न्याय दिलाने की मांग की। पूर्व राज्यमंत्री के साथ कन्हैया राजभर, राम प्रकाश, अजीत यादव व सुधीर यादव समेत अन्य सपाजन शामिल थे। पीडि़त परिवार से भारतीय समाज पार्टी सुहेलदेव के प्रदेश उपाध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव, वीरेंद्र राजभर, मोहन राजभर तथा बसपा के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण राम, राजेश भारती, भाजपा के धर्मेंद्र राजभर, रमेश तिवारी भी मिलने पहुंचे थे।
क्राइम ब्रांच व पुलिस ने बिछाया जाल
बालिका के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के बाद वारदात के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच के साथ ही लोकल पुलिस ने पूरे दिन गांव व आसपास के एरिया में कई लोगों से पूछताछ की। हैवानों का सुराग हासिल करने के लिए सादे वेश में भी पुलिसकर्मी घटनास्थल से लेकर आसपास के गांवों में घूमकर ग्रामीणों से पूछताछ करते रहे।