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गैस सिलिंडरों की मोबाइल एप से बुकिंग व होम डिलीवरी, मऊ हादसे के बाद गैस कंपनियों ने शुरू कर दी सतर्कता बरतनी

मऊ जिले में हुए हादसे के बाद गैस कंपनियों ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। गैस सिलिंडरों की बुकिंग से लेकर होम डिलीवरी तक अब मोबाइल एप से की जाएगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 20 Oct 2019 07:59 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 08:30 AM (IST)
गैस सिलिंडरों की मोबाइल एप से बुकिंग व होम डिलीवरी, मऊ हादसे के बाद गैस कंपनियों ने शुरू कर दी सतर्कता बरतनी
गैस सिलिंडरों की मोबाइल एप से बुकिंग व होम डिलीवरी, मऊ हादसे के बाद गैस कंपनियों ने शुरू कर दी सतर्कता बरतनी

आजमगढ़, जेएनएन। मऊ जिले में हुए हादसे के बाद गैस कंपनियों ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। गैस सिलिंडरों की बुकिंग से लेकर होम डिलीवरी तक अब मोबाइल एप से की जाएगी। इसी के साथ डिलीवरी करने से डिलीवरी मैन सिलिंडरों के बंग, पीन व ओरिंग की मशीनों से जांच करेंगे। पूर्वांचल में भारत गैस कंपनी ने आजमगढ़ शहर से शुरुआत कर दी है। 

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भारत पेट्रोलियम के आजमगढ़, मऊ, जौनपुर जिले के सेल्स अधिकारी आदर्श शुक्ल ने शुक्रवार को शहर के रोडवेज स्थित केटी गैस एजेंसी के डिलीवरी मैनों को कंपनी की ओर से सुरक्षा व सतर्कता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे देश में 25 करोड़ से अधिक उपभोक्ता हैं। प्लांट से लेकर, गोदाम व वितरण से पूर्व तक सुरक्षा के सभी मानकों की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर से जो भी घटनाएं घटित होती हैं वह अधिकतर सुबह के समय होती है। कारण कि अक्सर रात में भोजन बनाने के बाद लोग किचन बंद कर देते हैं और पूरी रात रिसाव होने से किचन में गैस भर जाता है।

जैसे ही चूल्हा जलाने का प्रयास करते हैं तभी आग लग जाती है। इसलिए ग्राहकों को भी चाहिए कि पूरा चेक करने के बाद ही सिलिंडर लें। डिलीवरी करने वाले जब सिलेंडर लेकर जाते हैं तो अपने साथ दो व छह किलो का फायर एक्सटिंन्यूसर भी लेकर चलेंगे। एजेंसी के प्रोपराइटर देवेंद्र पांडेय ने कहा कि आज से ही इन सभी नियमों की शुरूआत करा दी गई है। सभी डिलीवरी मैन को एंड्रायड मोबाइल के साथ लीकेज चेक करने की मशीन भी उपलब्ध करा दी गई है। 

बरतें सावधानी, इन पर दें ध्यान

-सिलिंडर लेते समय जांच लें कि वह सील पैक है या नहीं

-प्रति सिलिंडर में 14.200 किलो गैस का वजन कर चेक कर लें

-सिलिंडर एक्सपायरी है या नहीं, इसकी जांच कर लें

-नीचे के तल, बीच के वेङ्क्षल्डग के जोड़ को चेक करें कि लीकेज है कि नहीं

-सिलिंडर के बंग, पिन व ओङ्क्षरग की जांच कर लें, लीकेज होने पर उसे बदल दें

-लीकेज चेक करने के लिए डिलीवरी मैन से मशीन लें 

-रेग्यूलेटर, पाइप को भी चेक करते रहें और समय पर उसे बदल दें

-उपयोग न होने पर रेग्यूलेटर को बंद कर दें या उस पर कैप लगा दें

-लीकेज की शिकायत है तो तत्काल एजेंसी व अग्नि शमन को फोन करें।


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