काशी में गंगा ने किया गलियों का रूख, हर घंटे 9 सेमी बढ़ रहा जलस्तर, नौका संचालन बंद
लगातार पांच दिनों से उफना रही गंगा ने सोमवार को विकराल रूप धारण कर लिया। स्थिति यह हो गई कि गंगा का जल स्तर हर घंटे नौ सेमी की रफ्तार से बढऩे लगा।
वाराणसी, जेएनएन। लगातार पांच दिनों से गंगा में जलस्तर बढने से अब तटवर्ती इलाकों में चिंता बढ़ गई है। उफान पर चल रहीं गंगा ने सोमवार को विकराल रूप धारण कर लिया अौर जलस्तर ने गलियाें की ओर रुख कर दिया है। स्थिति यह हो गई कि गंगा का जल स्तर हर घंटे नौ सेमी की रफ्तार से बढ रहा है।
पिछले दिनों जहां गंगा का जल स्तर 65.34 मीटर था वहीं सोमवार सुबह तक बढ़कर 67.75 मीटर पर पहुंच गया। अगर ऐसी ही रफ्तार रही कल तक गंगा खतरे के निशान को छू सकतीं हैं। इस खतरे के बीच राजघाट से लेकर अस्सी तक सभी घाटों का आपसी संपर्क टूट गया है। घाट किनारे लगी दुकानें सुरक्षा कारणों से हटा दी गई हैं और गंगा में नौका संचालन भी बंद कर दिया गया है। जबकि जल पुलिस को सतर्क कर दिया गया है।
गंगा में बढ़ाव के कारण दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती का भी स्थान बदल गया है। वहीं अन्य कई जगह आरती एवं अन्य कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। 13 अगस्त से ही गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ाव होने से सभी की धुकधुकी भी बढ़ गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रविवार को सुबह से शाम तक गंगा का जल स्तर 98 सेमी बढ़ गया। विशेषज्ञों का कहना है कि गंगा में जल स्तर अभी आगे भी बढ़ाव पर रहेगा। यह स्थिति वाराणसी के साथ ही फाफामऊ, प्रयागराज, सीतामढ़ी, मीरजापुर, गाजीपुर व बलिया में भी बनी हुई है। बलिया में भी गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी हैं।
तारीख |
जल स्तर |
13 अगस्त | 63.38 |
14 अगस्त | 63.88 |
15 अगस्त | 64.47 |
16 अगस्त | 65.22 |
17 अगस्त | 65.34 |
18 अगस्त | 67.75 |