काशी से कबीर के जन्मस्थली की माटी भी बनेगी अयोध्या में राम जन्मभूमि का हिस्सा
वाराणसी में जन्मे संत कबीर के जन्मस्थली की माटी भी बनेगी अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि में मंदिर का अंश होगा।
वाराणसी, जेएनएन। अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर की बुनियाद रखी जा रही है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से संत कबीर के जन्मभूमि की भी माटी भी अयोध्या में बनने वाले राम लला दरबार की बुनियाद में शामिल की जा रही है। इसके लिए बुधवार को संत कबीर के जन्मस्थली से माटी लेकर अयोध्या मेंं होने वाले आयोजन के लिए रवाना की गई।
अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन के लिए कबीर प्राकट़य स्थली लहरतारा की मिट्टी बुधवार को अयोध्या के लिए रवाना होने के दौरान सभी ने जय श्री राम का नारा बुुुुुलंद किया। टीम ने हर्ष पूर्वक बताया कि ख्यात संतों की भूमि काशी के कबीर प्राकट़य स्थली लहरतारा मठ की पावन धरा की मिट्टी बुधवार को राम मंदिर के लिए दी गई। मठ के प्रबंधक गोविंद दास जी शास्त्री दास ताम्रपत्र के पात्र में विभिन्न प्रकार के फूल पत्तों के साथ विश्व हिंदू परिषद के वाराणसी अध्यक्ष कन्हैया जी एवं संगठन मंत्री सत्येंद्र सिंह एवं प्रमोद मिश्रा को श्रद्धा पूर्वक प्रदान किया। इस अवसर पर मठ के प्रबंधक गोविंद दास शास्त्री ने कहा कि प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण हेतु भारत के सुप्रसिद्ध मठों मंदिरों एवं नदियों की मिट्टी एवं जल अयोध्या भेजी जा रही है।
इसी के पावन मौके पर हम कबीर पंथ के साधुओं द्वारा प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण हेतु संत शिरोमणि कबीर दास जी महाराज जी की जन्मस्थली लहरतारा की मिट्टी आज बुधवार को प्रदान कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने से हिंदू मुस्लिम संप्रदाय के बीच चले आ रहे 400 वर्ष पुराने विवाद का अंत हो जाएगा। बताया कि संत कबीर दास जी ने भी कहा है कि - 'भाई रे दोई जगदीश कहां से आया'। उन्होंने इस दौरान भारतवासियों से मंदिर निर्माण के लिए देेेेश के सभी वर्ग को आगे आने का आग्रह किया।