चीन में एमबीबीएस करना चाह रहे हैं तो पहले पढ़ लें यह खबर, कहीं आप भी न हो जाएं धोखे के शिकार
भेलूपुर थाना क्षेत्र के दुर्गा कुंड क्षेत्र में स्थित एक कोचिंग संचालक के खिलाफ विदेशों में एमबीबीएस कराने के नाम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। भेलूपुर थाना क्षेत्र के दुर्गा कुंड क्षेत्र में स्थित एक कोचिंग संचालक के खिलाफ विदेशों में एमबीबीएस कराने के नाम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमा सुरियावां भदोही के शेर बहादुर ने दुर्गाकुंड के दयाल टावर के सामने स्थित जेनेसिज स्टूडेंट कंसल्टेंट के संचालक सुदेश शर्मा के खिलाफ दर्ज कराया है। पीडि़त के अनुसार वह और उसका मित्र आजमगढ़ निवासी प्रदीप सिंह 3-4 वर्षों से नीट की तैयारी कर रहे थे।
बताया कि दयाल टावर में स्थित एक कोचिंग में सुदीश शर्मा भी गाइड का काम करता था। उसने हम लोगों से पैसे लेकर चीन में एक मेडिकल कालेज में एडमिशन करवाया। सुदीश ने बताया था कि यह एमसीआइ से मान्यता प्राप्त है। एडमिशन के नाम पर हम लोगों ने उक्त कालेज को धनराशि भी भेज दी। जब हम लोग चीन में उक्त कालेज में पढऩे गए तब वहां हमें डाक्टरी की जगह पहले चाइनीज भाषा पढ़ाई जाने लगी।
पूछताछ और जानकारी करने पर एक सीनियर ने बताया कि उक्त कालेज 2014 से ही एमसीआइ की लिस्ट में नहीं है। हम लोगों ने भी पता किया तो यह बात सही निकली। इसके बाद हम लोग यहां लौट आये। थाना प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय ने बताया कि इस संबंध में जांच करके कार्रवाई की जाएगी। शिकायत मिलने के बाद अब पड़ताल की जाएगी कि यह कैसे हुआ है।
अमूमन देश से चीन एमबीबीएस कराने के विज्ञापनाें की बहार रहती है मगर वहां जाने वाले युवाओं को पहले तो दुनिया की सबसे कठिन मंदारिन की चीनी भाषा सीखनी पड़ती है। इसके बाद डाक्टरी की पढ़ाई को लेकर अन्य खर्चों संग मानकों को लेकर भी आने वाली दुश्वारियां भारतीय युवाओं को ठगी का शिकार काफी समय से बनाती आ रही हैं। कुछ छात्र इस धाेखे पर मुखर होते हैं तो डाक्टरी के इस कमाई वाले धंधे की सच्चाई सामने आ जाती है।