वाराणसी में चार शातिर गिरफ्तार, दिन में चलाते ऑटो और रात में चोरी की घटना को देते थे अंजाम
वाराणसी में पुलिस ने चार शातिर चाेरो को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में बताया कि वे दिन में ऑटो चलाते थे और रात में चोरी की घटना को अंजाम देते थे। इनसे चोरी के माल भी बरामद किए गए हैं।
वाराणसी, जेएनएन। लंका पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर करौंदी चौराहे के पास से वाहन चेकिंग के दौरान एक शातिर चोर अर्जुन वर्मा निवासी पड़ाव रामनगर को हिरासत में लिया। उसके पास से 315 बोर का कट्टा बरामद हुआ। कड़ाई से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए चोरों की निशानदेही पर बीएचयू, सुंदरपुर, सीरगोवर्धनपुर से हुई चोरी का माल बरामद किया गया। सोमवार को पुलिस ने पकड़े गए चोरों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया, जबकि फरार अन्य चोरों की तलाश की जा रही है।
चोरी का माल बेचने के लिए करौंदी क्षेत्र में आने की पुलिस को मिली थी सूचना
प्रभारी इंस्पेक्टर लंका मोहित यादव ने बताया कि शातिर चोर अर्जुन वर्मा चोरी का माल बेचने के लिए ऑटो से करौंदी क्षेत्र में आ रहा है। सूचना पर बीएचयू चौकी प्रभारी अमरेंद्र पांडेय और सुंदरपुर चौकी प्रभारी सूरज तिवारी फोर्स के साथ करौंदी चौराहे पर घेराबंदी कर ऑटो में सवार अर्जुन को हिरासत में लेकर उसके पास से 315 बोर का तमंचा, कारतूस और चोरी की टीवी बरामद किये। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि गैंग का सरगना गोपाल हेला है। उसके घर टीवी लेकर जा रहा है। पुलिस टीम ने अर्जुन की निशानदेही पर सरायनंद खोजवां निवासी गोपाल विश्वकर्मा के पास से चोरी के बचे पैसे और गोलगड्डा आदमपुर के वीरू के पास से दो हजार रुपये नकद बरामद किये। इसके अलावा और गांधी चौक खोजवां के सतीश की निशानदेही पर बीएचयू से चोरी की गई 6 बैटरी और दो अदद गैस सिलिंडर बरामद किया गया। चोरों ने बताया कि वह काशीपुरम सीरगोवर्धनपुर, बीएचयू और सुंदर में कई चोरियों में शामिल थे और ये सभी पूर्व में चोरी के मामले में जेल जा चुके हैं।
दिन में चलाते थे ऑटो और मौज मस्ती के लिए रात में करते थे चोरी
पकड़े गए चोरों से जब चौकी प्रभारी सूरज तिवारी और अमरेंद्र पांडेय ने पूछताछ किया तो पता चला कि अर्जुन और गोपाल दिन में ऑटो चलाते हैं तथा शराब पार्टी और मौज के लिए रात में चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। इनके साथ में आदमपुर का वीरू जो दिन में मीट काटता था और रात में गैंग के साथ शराब पीकर चोरी करता था, चोरी के माल को खपाने के लिए चितईपुर के कबाड़ी सतीश से दोस्ती कर उसे भी गैंग में शामिल कर लिया। पैसे का बंटवारा बराबर होता था तथा गैंग के सरगना गोपाल हेला का हर चोरी में हिस्सा होता था। अभी कुछ दिन पहले ही ये सब जेल से छूटकर आए थे। दिन में ऑटो से ही रेकी करते और रात में चोरी के सामान ऑटो पर लादकर फरार हो जाते थे।