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आजमगढ़ जिले में स्थापित होगी फोरेंसिक लैब, रानी की सराय थाने में बनेगी विधि विज्ञान प्रयोगशाला

पूर्वांचल में वाराणसी के बाद अब आजमगढ़ में भी फोरेंसिंक लैब (विधि विज्ञान प्रयोशाला) की स्थापना की जाएगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 07:18 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 09:32 AM (IST)
आजमगढ़ जिले में स्थापित होगी फोरेंसिक लैब, रानी की सराय थाने में बनेगी विधि विज्ञान प्रयोगशाला
आजमगढ़ जिले में स्थापित होगी फोरेंसिक लैब, रानी की सराय थाने में बनेगी विधि विज्ञान प्रयोगशाला

आजमगढ़ [अनिल मिश्र]। पूर्वांचल में वाराणसी के बाद अब आजमगढ़ में भी फोरेंसिंक लैब (विधि विज्ञान प्रयोशाला) की स्थापना की जाएगी। शासन से मंजूरी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से इसके लिए थाना रानी की सराय में भूमि भी चिह्नित कर ली गई है। आगणन के बाद रिपोर्ट पुलिस निदेशालय को भेजा जाएगी। धनराशि स्वीकृति होने के बाद कार्यदायी संस्था का निर्धारण के बाद निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। प्रयोगशाला स्थापित हो जाने के बाद न सिर्फ पुलिस की भागदौड़ बचेगी बल्कि आपराधिक घटनाओं के साक्ष्य जुटाने में भी मददगार साबित होगी। 

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दूसरे जिलों के लैब पर निर्भर पुलिस

आपराधिक घटनाओं में वैज्ञानिक साक्ष्यों का परीक्षण कराने के लिए जिला पुलिस दूसरे जिलों के फोरेंङ्क्षसग लैब पर निर्भर है। समय से जांच रिपोर्ट न मिलने से विवेचनाएं अधर में लटक जाती हैं। दूसरे जिलों की लैब तक भागदौड़ करने में विवेचक भी कतराते हैं। लैब की स्थापना हो जाने के बाद पुलिस को इस स्थिति से गुजरना नहीं पड़ेगा। 

साक्ष्य जुटाने के बाद समय से मिलेगी रिपोर्ट

वर्तमान में अपराध करने की नई तकनीक इस्तेमाल की जा रही है। अपराधियों के प्रयास होते हैं कि वारदाता को अंजाम देने के बाद मौके पर पुलिस को कोई ऐसा सबूत न मिले जिससे उनका सुराग मिल सके। संगीन मामलों की विवेचना में पुलिस की परेशानी बढ़ जाती है। ऐसी विषम परिस्थितियों में वैज्ञानिक तरीकों से जुटाए साक्ष्य निश्चित रूप से पुलिस को अपराधियों तक पहुंचाने में सफलता प्रदान करते हैं। ऐसा तभी संभव है जब साक्ष्य जुटाने के बाद समय से रिपोर्ट आ जाए।

जिलों में श्रेणीवार लैब

वर्तमान में लखनऊ, आगरा, वाराणसी और मुरादाबाद में फोरेंसिक लैब हैं। सरकार की घोषणा के अनुसार कन्नौज, गाजियाबाद में 'ए' श्रेणी, झांसी, गोरखपुर, प्रयागराज और आजमगढ़ में 'बी' श्रेणी और फैजाबाद, देवीपाटन, अलीगढ़, गोंडा, बस्ती, चित्रकूट धाम, बांदा, मीरजापुर, बरेली व सहारनपुर में 'सी' श्रेणी का लैब स्थापित होगा।

फोरेंसिक लैब में यह होंगी सुविधाएं

फोरेंसिक लैब में रक्त, वीर्य, विस्फोटक, नारकोटिक्स, आग्नेयास्त्र, माइक्रो केमिकल आदि के प्रारंभिक परीक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी। फोरेंसिक लैब में बायलॉजी, सिरोलॉजी, रसायन, विस्फोटक, नारकोटिक, आग्नेयास्त्र आदि से संबंधित प्रारंभिक परीक्षणों की सुविधा भी रहेगी।

वर्जन पुलिस अधीक्षक 

''जिले में फोरेंसिक लैब की स्थापना की मंजूरी शासन स्तर से बहुत पहले ही मिल चुकी है। लैब स्थापना के लिए भूमि की तलाश की जा रही थी। रानी की सराय थाना परिसर में फोरेंसि‍क लैब स्थापना के लिए भूमि चिह्नित कर फाइनल कर दिया गया है। आगणन बनाकर शासन को जल्द ही भेजा जाएगा। धनराशि अवमुक्त होते ही निर्माण शुरू हो जाएगा। -प्रो. त्रिवेणी सिंह, पुलिस अधीक्षक, आजमगढ़।


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