प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारी को अंतिम रूप देंगी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वाराणसी पहुंचीं
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह आज वाराणसी पहुंचे हैं। उनकी अगवानी उत्तर प्रदेश की अप्रवासी भारतीय मामलों की मंत्री स्वाति सिंह ने की।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर राज्य के साथ केंद्र सरकार भी बेहद गंभीर है। वाराणसी में 21 जनवरी से होने वाले इस सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा करने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज वाराणसी में हैं, उनके साथ विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी तैयारियों को अंतिम रूप देंगे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह आज वाराणसी पहुंचे हैं। उनकी अगवानी उत्तर प्रदेश की अप्रवासी भारतीय मामलों की मंत्री स्वाति सिंह ने की। प्रवासी भारतीय दिवस के मद्देनजर इन सभी लोगों ने यहां पर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान सुषमा स्वराज समेत अन्य मंत्री बड़ालालापुर के टीएफसी का निरीक्षण किया। इसके साथ ही साथ ही टेंट सिटी को भी देखा जहां प्रवासियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही हस्तकला संकुल और टेंट सिटी निरीक्षण किया। सुषमा स्वराज व वीके सिंह गंगा घाट सहित शहर में अन्य जगहों का भ्रमण भी करेंगे। शाम को दोनों केंद्रीय मंत्री तैयारियों को लेकर बैठक करेंगे।
सुषमा स्वराज व वीके सिंह सहित अन्य मंत्री शाम को अधिकारियों संग प्रवासी भारतीय दिवस के संबंध में बैठक करेंगे। बैठक में प्रमुख सचिव एनआरआई राजेश कुमार समेत कई मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारी होंगे। विदेश मंत्रालय की टीम भी मौजूद रहेगी।
धर्म नगरी काशी में सात समंदर पार के 112 से ज्यादा देशों से आने वाले सात हजार मेहमानों के लिए बसाए जा रहे शहर का नजारा बिलकुल अलग होगा। यहां ठहरने के लिए बनाए गए अस्थायी कॉटेज में होटल सरीखी सुविधाएं मुहैया होंगी। इतना ही नहीं, वाराणसी की मशहूर अडिय़ों की तरह कुल्हड़ में चाय-कॉफी से लेकर गुड़ से बनने वाला तिलकुट (तिल की पट्टी) आदि कई चीजों का स्वाद चखने संग साथ ले जाने का भी प्रबंध होगा।
मुख्य आयोजन स्थल ट्रेड फैसिलिटी सेंटर का इंटीरियर आकर्षक बनाया जा रहा है। मेहमानों के लिए वरुणा पार 42 हेक्टेयर एरिया में बस रही टेंट सिटी में सांस्कृतिक राजधानी के हर रंग दिखेंगे। टेंट सिटी के 16 क्लस्टरों में हर क्लस्टर को काशी की संस्कृति दिखाने वाली डिजाइनर वॉल से घेरा जाएगा।
झोपड़ीनुमा कॉटेज में रहने वाले मेहमानों को वाराणसी जायके के साथ कॉन्टिनेंटल व्यंजन भी परोसे जाएंगे। पूर्वांचल के खास व्यंजन चूड़ा-दही, जलेबी-दही, बाजरा की रोटी, चूरमा, बाटी-चोखा, गोहरी पर हांडी में पकी दाल व चावल भी मेन्यू में रखे जाएंगे।
ग्रामीण संस्कृति की झलक वाली टेंट सिंटी के सभी कॉटेज में हाउस कीपिंग से लेकर टेलिफोन और इंटरकॉम की सुविधा होगी। मेहमानों को दिक्कत न हो इसके लिए हर ब्लॉक का अपना यूनिक नंबर होगा और इसी नंबर से आवंटन और पहचान होगी। हेल्प डेस्क के अलावा कई जगहों पर हेल्पलाइन नंबर और अत्याधुनिक संचार की व्यवस्था होगी। मेहमानों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए 50 मेहमानों पर एक अधिकारी की ड्यूटी लगेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 21 से 23 जनवरी तक भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस बड़े सम्मेलन में अलग-अलग देशों से आ रहे मेहमानों की मेहमाननवाजी के लिए वाराणसी में तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।