गंगा में उफान, वरुणा के प्रवाह में दर्जन भर से ज्यादा लोग बाढ़ में फंसे
बाढ की आशंकाओं के बीच लोग अपना घर भी चोरों की वजह से नहीं छोडना चाह रहे हैं, बीते वर्षों में भी बाढ के दौरान लोगों के खाली घरों को चोरों ने निशाना बनाया था।
वाराणसी। गंगा प्रति घंटा तीन सेंटीमीटर बढ़ रही है तो वहीं वरुणा नदी ने अपना दायरा बढ़ाते हुए सोमवार को कई और घरों को अपने आगोश में ले लिया। तीन पुलवा, मढिय़ा, नखीघाट, सिंधवाघाट, शैलपुत्री, कोनिया आदि इलाकों में वरुणा का पानी घरों में घुस गया। यह देख तमाम लोग घरों से सामान सुरक्षित कर जरूरी सामान लेकर अन्यत्र चले गए तो कुछ अपने रिश्तेदार के यहां शरण लिया है।
बाढ़ से राहत की आस
अभी लगभग तीन दर्जन से ऊपर लोग तीन पुलवा शैलपुत्री क्षेत्र में पानी में फंसे हैं। वे घर की सुरक्षा व पानी घटने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अब वह भी भयभीत नजर आ रहे हैं। कारण कि उनको उम्मीद थी कि पानी घटेगा मगर बढ़ता देख परेशान हैं। बाढ़ पीडि़तों के लिए कोई नाव नहीं चलाई गई और न ही स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम पहुंची। क्षेत्र के अनवार, रुक्सार, संतोष, राजेश बहादुर, बिंदु, मुख्तार आदि ने बताया कि हम गोलगप्पे बनाकर बेचते हैं। वरुणा का पानी घरों में घुसने से हमारा व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया।
घर खाली छोडने की चिंता
बाढ और आशंकाओं के बीच लोग अपना घर भी चोरों की वजह से नहीं छोडना चाह रहे हैं। गंगा और वरुणा में बाढ की आशंकाओं के बीच बीते वर्षों में भी खाली घरों को चोरों ने निशाना बनाया था। इसलिए अब बाढ के बीच भी लोग घर खाली नहीं छोडना चाह रहे हैं। फंसे लोगों की अब उम्मीद जिला प्रशासन या समाजसेवी संगठनों से ही है।
गंगा में भी उफान
दूसरी तरफ गंगा भी सीढिय़ों से ऊपर बह रही हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सोमवार को गंगा का जलस्तर 69.394 रहा। रविवार की रात्रि से गंगा के जलस्तर में तीस सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई लेकिन अभी खतरे के निशान से गंगा दो मीटर नीचे हैं, मंगलवार को भी गंगा के जलस्तर में मामूली बढोतरी दर्ज की गई है। अगर जलस्तर में अगले चौबीस घंटों तक और बढाव रहा तो तटवर्ती कालोनियों मे पानी घुसने की स्थिति बन सकती है।